दक्षिण 24 परगना : बसंती थाना क्षेत्र पंचायत चुनाव की शुरुआत से ही सुर्खियों में हैं। दक्षिण 24 परगना का यह इलाका बमबाजी और खून-खराबे के कारण हिंसा वाले क्षेत्रों की सूची में रहा है। बताया जा रहा है कि पंचायत चुनाव के बाद भी विजय उत्सव के दौरान अशांति जारी रही। मंगलवार देर रात तृणमूल कार्यकर्ता अपने ही पार्टी के अन्य कार्यकर्ता के घर पर बमबाजी का आरोप लगा है। इस घटना में एक बार फिर युवा तृणमूल और तृणमूल के बीच टकराव सामने आया है। कथित तौर पर युवा तृणमूल कार्यकर्ता रफीकुल और सादेक मोल्ला के घरों पर बम फेंके गए हैं। हालांकि घटना के बाद से मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है।
उल्लेखनीय है कि बसंती थाना क्षेत्र का चुनाखाली ग्राम पंचायत के सचियाखाली गांव में मंगलवार की देर रात बम विस्फोट हुआ। रफीकुल मोल्ला ने कहा कि पंचायत चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले ही उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा। रफीकुल के परिवार का कहना है कि युवा तृणमूल ने पंचायत चुनाव के लिए नामांकन जमा करने के बावजूद पार्टी के निर्देश पर उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया। वहीं तृणमूल के दूसरे गुट के कार्यकर्ताओं को टिकट दिया गया। उनका आरोप है कि उम्मीदवारी वापस लेने के बाद से ही इलाके में युवा तृणमूल कांग्रेस के समर्थक पर लगातार हमले किए गए हैं। फिलहाल रफीकुल घर पर नहीं है। परिवार का दावा है कि हिंसा के कारण उन्हें घर छोड़ना पड़ा। हालांकि उनका परिवार उसी घर पर है।
गौरतलब है कि मंगलवार को तृणमूल कार्यकर्ताओं ने चूनाखाली बाजार इलाके में विजय उत्सव का आयोजन किया। तभी रात करीब 1 बजे अचानक रफीकुल और उसके भाई सादेक के घर पर कथित तौर पर बम फेंके गए। सुबह घर के सामने ताजा बम पड़े मिले। पूरा परिवार दहशत में है। इस बीच, तृणमूल नेता साबिर अली सरदार ने दावा किया कि जिन लोगों ने हमला किया, वे तृणमूल कार्यकर्ता नहीं थे। उन्होंने कहा कि घटना को मनगढ़ंत बनाकर तृणमूल को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।