सिंहस्थ पर्व आने वाला है और इसे देखते हुए जल्द ही उज्जैन रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण का कार्य किया जायेगा। इसके लिए रेलवे स्टेशन का जो नक्शा मंजूर किया गया है उसे देख महाकाल मंदिर की याद जरूर आयेगी। बता दें कि नए स्टेशन के भवन की इमारत का प्रवेश द्वार भगवान शिव के त्रिनेत्रों के आकार में बनाया जायेगा जिसमें यात्रीगण तीसरे नेत्र से प्रवेश करेंगे और दोनों नेत्रो से बाहर निकलेंगे। सूत्रों के अनुसार कुछ ही महीनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर और उज्जैन रेलवे स्टेशन रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट की आधारशिला भी रख सकते हैं।
बता दें कि पिछले दिनों केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उज्जैन रेलवे स्टेशन रीडेवलपमेंट का डिजाइन न केवल फाइनल कर दिया बल्कि उसकी काफी सराहना भी की। उन्होंने प्रोजेक्ट को लेकर तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि उज्जैन रेलवे स्टेशन रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट में करीब 825 करोड़ रुपये खर्च किये जा सकते हैं।
गौरतलब है कि उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। इसके बाद लोगों की श्रद्धा को देखते हुए उज्जैन रेलवे स्टेशन रीडेवलपमेंट के तहत बनने वाली नई इमारत का डिजाइन भी उसी तर्ज पर रखा गया है। बता दें कि डिजाइन इस तरह से तैयार किया गया है कि भगवान शिव के तीसरे नेत्र से ही आने-जाने वाले यात्री आवागमन करेंगे। इसके अलावा दोनों नेत्रों से भी आगम एवं निर्गम मार्ग बनाए जाएंगे। यह सभी जानते हैं कि उज्जैन की पहचान महाकाल मंदिर से है। इसलिए स्टेशन भी उसी थीम पर बनाया जायेगा जिससे लोगों को महसूस हो की वे शिव की नगरी मे आ गए है।