राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को बीच में छोड़कर वापस लौटे चाचा शिवपाल

तृणमूल के साथ मिलकर करेंगे भाजपा का मुकाबला- सपा

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कोलकाता: समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान कोलकाता तो नहीं पहुंचे, लेकिन जिक्र उनके खूब हुए। कोलकाता से लखनऊ तक मैसेज यही गया कि आजम हैं जरूरी।

बैठक के पहले दिन राजनैतिक और आर्थिक प्रस्ताव पेश किया गया। बारह पन्नों के इस प्रस्ताव में देश दुनिया के तमाम मुद्दों पर बात रखी गई, लेकिन समाजवादी पार्टी कैंप में सबसे अधिक चर्चा तो छठे पेज को लेकर है, जिसमें विस्तार से आजम खान और उनके परिवार पर हो रहे सरकारी उत्पीड़न का जिक्र किया गया है।

आजम खान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। इस नाते उन्हें कोलकाता में हो रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बुलाया गया था, लेकिन अपनी बीमारी की बात कह कर वे बैठक से दूर रहे।

वहीं, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने कोलकाता पहुंचे अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव भी पहले दिन बैठक के बाद वापस उत्तर प्रदेश लौट आए। सूत्रों ने बताया कि शिवपाल यादव सहकारिता चुनाव के चलते कोलकाता से वापस उत्तर प्रदेश आ गए हैं।

बैठक से पहले जब अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी तो शिवपाल यादव भी अखिलेश के साथ थे। ऐसे में शिवपाल को लेकर किसी प्रकार की नाराजगी की खबर सामने नहीं आ रही है।

प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने कहा था कि दोनों पार्टियों ने यह फैसला लिया है कि टीएमसी और समाजवादी पार्टी बीजेपी का मुकाबला साथ में मिलकर करेंगे।

यही नहीं दोनों दल कांग्रेस से भी दूरी बनाए रखेंगे। लोकसभा चुनाव में टीएमसी और सपा कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। टीएमसी जहां यूपी में सपा को मजबूती प्रदान करेगी तो वहीं सपा भी बंगाल में टीएमसी का साथ देगी।