14 साल पहले चोरी से जुड़े मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री ने कोर्ट में किया सरेंडर

सरेंडर करने के बाद निशिथ ने सीएम ममता पर साधा निशाना

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अलीपुरद्वारः केंद्रीय राज्य मंत्री निशिथ प्रामाणिक ने मंगलवार को अलीपुरद्वार कोर्ट में सरेंडर किया। 14 साल पहले वर्ष 2009 में अलीपुरद्वार में सोने की दो दुकानों में चोरी के मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था।

उसके बाद 11 नवंबर 2022 को अलीपुरद्वार कोर्ट ने मंत्री निशिथ प्रामाणिक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। उसी गिरफ्तारी वारंट के मद्देनजर निशिथ ने अलीपुरद्वार कोर्ट में सरेंडर किया। कोर्ट में सरेंडर करने के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री ने ममता सरकार पर हमला बोलते हुए भाजपा नेताओं को परेशान करने का आरोप भी लगाया।

बता दें कि सोने की दुकानों में लूटपाट और तोड़-फोड़ के मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री और कूचबिहार जिले के सांसद निशिथ प्रामाणिक ने पहले आत्मसमर्पण कर दिया था।

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सूत्रों के मुताबिक साल 2009 में अलीपुरद्वार इलाके में दो स्वर्ण कारोबारियों की दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की घटना में इनका नाम शामिल था। इस मामले में पहले कोर्ट में पेश नहीं होने पर उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।

चूंकि निशिथ एक सांसद हैं, इसलिए इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी, लेकिन हाईकोर्ट ने मामले को वापस अलीपुरद्वार कोर्ट में आने का आदेश दिया था।

वकील मौजूद नहीं होने पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने निशिथ प्रामाणिक पर तंज कसते हुए कहा कि हम जानते थे कि वो सोने की दुकान में डकैती के मामले में शामिल थे। हो सकता है कई लोगों को विश्वास न हुआ हो लेकिन, लगातार कुछ घटनाओं ने साबित कर दिया है कि हम जो कह रहे हैं वह सच है।