उमेश पाल की हत्या के बाद यूपी की सियासत गर्म, योगी ने कहा- माफिया को मिट्टी में मिला देंगे

हत्या की वारदात सीसीटीवी में कैद

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश एक बार फिर भयावह हिंसा का गवाह बना है। प्रयागराज में शुक्रवार की रात को गोली और बम मारकर राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई। दरअसल, कोर्ट की कार्रवाई खत्म होने के बाद उमेश पाल अपने भतीजे की क्रेटा कार से घर वापस आ रहे थे। जैसे ही सफेद रंग की एसयूवी घर के सामने रुकी, उमेश पाल दरवाजा खोलकर बाहर निकल गया। तभी पीछे से एक शख्स ने अचानक उन पर गोली चला दी। गोली लगने के बाद उमेश भाग गया और बगल वाली गली में घुस गया। पीछा करते हुए उमेश के एक अंगरक्षक ने हमलावर को पकड़ने की कोशिश की। उसे भी गोली मारी गई थी।
हमलावर ने दूसरे अंगरक्षक को भी गोली मारी। सड़क पर गिरते ही हमलावर ने उमेश का पीछा किया। इसके बाद उसके साथ मौजूद बाकी बदमाशों ने कुछ बम फेंके और मौके से फरार हो गए।
इलाके में दहशत…
बम, गोली, मौत, आवाज और जिन्दगी बचाने के लिए भागते लोग… ये घटना उत्तर प्रदेश की है… वहीं उत्तर प्रदेश जहां की कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी फूले नहीं समाती है… ये पूरा घटनाक्रम इलाके के सीसीटीवी में कैद हो गया। इसके बाद से आस-पास के लोगों में दहशत फैल गई है।

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अतीक अहमद पर आरोप
जिसको गोली मारी गई है वो बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। शुक्रवार को हुई हत्या के मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद के साथ ही अतीक के भाई, पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक अहमद के दो बेटों और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद के दोनों बेटों के साथ करीब सात संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार और कानून व्यवस्था पर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं। इस पूरे घटना क्रम को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान देते हुए कहा कि ”प्रदेश सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है। माफिया कोई भी हो…सरकार उन्हें मिट्टी में मिलाने का काम करेगी”।