कोलकाता, सूत्रकार : विधानसभा सत्र का पहला भाग गुरुवार को गिरिराज मुद्दे पर हंगामे की भेंट चढ़ गया। तृणमूल-बीजेपी दोनों खड़े होकर जमकर नारे लगाए। तृणमूल ने बीजेपी के खिलाफ नारे लगाए तो भाजपा ने चोर-चोर का नारा लगाया। इसके बाद, सभी तृणमूल महिला विधायक अपनी सीटें छोड़कर विरोध में उतर आईं। दोनों पक्षों के बीच नारेबाजी चलती रही। अंत में, बीजेपी विधायकों ने वॉकआउट किया। हाल के दिनों में इतने लंबे समय तक विधानसभा भवन में दोनों पार्टियों के नारे नहीं देखे गए थे।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री की टिप्पणी को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। तृणमूल की तीखी आलोचना शुरू हो गयी। इस बार, गिरिराज की टिप्पणी का मुद्दा विधानसभा के अंदर भी उठा। गिरिराज मुद्दे पर गुरुवार को विधानसभा का शीतकालीन सत्र गरमाया रहा। ममता कैबिनेट की प्रमुख महिला चेहरों में से एक शशि पांजा ने केंद्रीय मंत्री की टिप्पणियों को ‘महिला द्वेषी’ बताया।
तृणमूल विधायक और राज्य की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री डॉ. शशि पांजा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संसद में कुछ बयान दिये हैं। हम इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने जो कहा वह शर्मनाक है। बीजेपी स्त्रीद्वेषी है।
हमने इसे कई बार साबित किया है। चुनाव प्रचार के दौरान भी प्रधानमंत्री ने दीदी…दीदी…वाली ही भाषा बोली। अगर गिरिराज सिंह की टिप्पणी पर बीजेपी वाले कोई कुछ नहीं कहते तो समझ लेना चाहिए कि वे इस बयान का समर्थन कर रहे हैं। राज्य की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री के तीखे भाषण के बाद अन्य तृणमूल विधायक उनके समर्थन में चिल्लाने लगे।
बीजेपी विधायक आसन के सामने खड़े हो गए और वे लोग भी नारे लगाने लगे। उसी समय शशि पांजा ने भी बीजेपी विधायकों से कहा कि क्या आप इसका समर्थन कर रहे हैं? जवाब में बीजेपी खेमे ने भी हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच, विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने कहा कि ममता बनर्जी के खिलाफ टिप्पणियां वांछनीय नहीं हैं।