मतकमहातु ग्रामसभा में ग्रामीणों ने मुंडा से मांगा गांव की परती भूमि का हिसाब
ग्रामीणों ने कहा, गांव में जमीन फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाए मुंडा
चाईबासा : शहर से सटे मतकमहातु गांव में आयोजित ग्रामसभा में गांव में फर्जी ढंग से हो रही जमीन की खरीद-बिक्री पर चिंता व्यक्त की गयी। ग्राम मुंडा धनुर्जय देवगम की अध्यक्षता में आयोजित इस ग्रामसभा में ग्रामीणों ने जमीन से जुड़े कई मुद्दे रखे। ग्रामीणों की ओर से कोल्हान भूमि बचाओ समिति के सचिव भगवान देवगम ने मुंडा के सामने गांव की परती भूमि का हिसाब प्रस्तुत करने की लिखित मांग रखी। उन्होंने ग्रामसभा को आवेदन सौंपकर पूछा है कि गांव के कितने भूमिहीनों को अबतक परती भूमि की बंदोबस्ती की गयी है? परती भूमि को लेकर ग्रामसभा की अभी क्या योजना है? ग्रामीणों ने ये भी मांग रखी कि गांव की जमीन लीज पर लेकर बाद उसपर कब्जा करनेवाले कारोबारी बनवारी लाल नेवटिया से लीज से जुड़े दस्तावेज मंगवाकर जांच करवायी जाए ताकि ग्रामीणों को इसकी पूर्ण जानकारी हो। ग्रामीणों ने ग्रामसभा की आठ स्थायी समितियों के पुनर्गठन की भी मांग उठायी।
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ज्ञात हो कि घनी आबादी वाली मतकमहातु पंचायत में जमीन की कीमतें आसमान छू रही हैं। ऐसे में यहां जमीन हस्तांतरण में फर्जीवाड़ा अब आम हो गयी है। हाल में ही मतकमहातु की मुखिया जूलियाना देवगम की फर्जी हस्ताक्षर से जमीन नामांतरण का मामला सामने आया था। जूलियाना ने इस संबंध में मुफ्फसिल थाने में प्राथमिकी दर्ज करवायी है। गितिलपी गांव में भी ऐसा ही हुआ है। कुछ माह पूर्व वहां के मुंडा कृष्ण सावैयां की फर्जी हस्ताक्षर से जमीन नामांतरण होने का मामला सामने आया था। मुंडा ने इसकी शिकायत सदर सीओ से की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामसभा में इस मौके पर जानुम सिंह तुबिड, बादल सावैयां, सविता देवगम, नारायण देवगम, धर्मराज देवगम, गंगाराम देवगम, सुरेश तुबिड, सामू देवगम, विक्रम देवगम, गोपाल देवगम, प्रकाश देवगम, डाकुवा अर्जुन गोप समेत अन्य ग्रामीण भी मौजूद थे।