रामगढ़ : पांच वर्षों के बाद सिरका कोलियरी में मीनिंग शुरू हुई तो राजनीति भी गरमा गई। कांग्रेस के नेताओं ने बुधवार को विस्थापितों के मुद्दे पर कोलियरी को बंद करा दिया। इस दौरान आजसू के मांडू विधानसभा प्रभारी तिवारी महतो भी समर्थकों के साथ पहुंच गए और उन्होंने इसका पुरजोर विरोध किया। दोनों पार्टियों के समर्थकों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई और घंटों हो-हंगामा चलता रहा। इस बीच कोलियरी के नया कांटा घर पर कांग्रेस पार्टी के नेता और मजदूर धरने पर बैठ गए जबकि आजसू के समर्थक माइंस के बाहर बैठ गए।
आजसू नेता सेंक रहे रोटी: कांग्रेस
धरना पर बैठे कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष मुन्ना पासवान ने कहा कि मजदूरों के साथ अन्याय हो रहा है। उन्हें दैनिक मजदूरी भी नहीं मिल पा रही है। यहां पर आजसू के कुछ नेता रोटी सेंक रहे हैं। उन्हें ना तो विस्थापितों से कोई मतलब है और ना ही मजदूरों से। वे लोग इस कोलियरी से लोकल सेल के नाम पर मोटी रकम की उगाही कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने विस्थापितों को लेकर पहली बार आंदोलन नहीं किया है। पिछले 20 दिनों से सीसीएल प्रबंधन के साथ पत्राचार किया जा रहा है लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई भी अधिकारी वार्ता करने के लिए तैयार नहीं हुए। यदि आज भी प्रबंधन की ओर से कोई पदाधिकारी नहीं आते हैं तो यह चक्का जाम अनिश्चितकालीन चलता रहेगा।
कांग्रेस कोलियरी में कर रही रंगदारी: आजसू
आजसू पार्टी के मांडू विधानसभा प्रभारी तिवारी महतो ने कांग्रेस पर रंगदारी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यहां मजदूर और विस्थापित पहले से ही एकजुट हैं। उन लोगों को नियमानुसार लोडिंग और काम मिल रहा है लेकिन कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता रंगदारी कर कोलियरी को बंद करने की कोशिश कर रहे हैं। यदि जल्द ही वे लोग आंदोलन खत्म नहीं करते हैं तो विस्थापित और मजदूर एकजुट होकर उन्हें सबक सिखाएंगे। इस स्थान पर मजदूर संगठन काफी मजबूत स्थिति में है।
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