सिलीगुड़ी : डीवाईएफआई के उत्तरकन्या अभियान को लेकर जिले में स्थिति तनावपूर्ण हो गई। माकपा यूथ विंग के सदस्यों के उपर पुलिस बल पर पत्थरबाजी करने का आरोप लगाया गया है। बताया जा रहा है कि स्तिथि को गंभीर होता देख पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। भीड़ को काबू करने के लिये आंसू गैस के गोले भी दागे गए। इसके बाद पुलिस ने मीनाक्षी मुखोपाध्याय समेत डीवाईएफआई के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
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जानकारी के अनुसार माकपा की युवा संगठन ने गुरुवार को उत्तरकन्या अभियान का आह्वान करते हुए रिक्त पदों पर स्थायी नियुक्ति, स्थायी नए पद सृजित करने और वित्तीय भ्रष्टाचार और विभाजनकारी राजनीति के विरोध में प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की शुरुआत में डीवाईएफआई के सदस्य सिलीगुड़ी के महानंदा सेतु पर एकत्रित हुए। दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी सहित विभिन्न जिलों के कार्यकर्ता महानंदा ब्रिज के निकट मोहन बागान एवेन्यू में एकत्र हुए। इसके बाद प्रदर्शनकारी मार्च करते हुए तिनबत्ती चौराहे पर पहुंचे। इस दौरान उनकी पुलिस से धक्का-मुक्की हुई। आरोप है कि पुलिस ने रैली पर लाठी चार्ज किया जिसके बाद डीवाईएफआई सदस्यों ने पुलिस पर ईंटों से पथराव किया। इसके बाद पुलिस ने जुलूस पर आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद प्रदर्शनकारी तितर-बितर हो गए। इसके बाद पुलिस ने मीनाक्षी सहित करीब 32 डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। वहीं हिंसा के दौरान कई पुलिस कर्मी घायल हो गए। गुरुवार को पुलिस ने बैरिकेड्स और वाटर कैनन तैनात किए गये।