हिंसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं -राज्यपाल सीवी आनंद बोस

पीड़ितों को देखने एसएसकेएम अस्पताल पहुंचे

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हुगली। हुगली जिले के रिसड़ा में हिंसा के मद्देनजर राज्यपाल सीवी आनंद बोस उत्तर बंगाल को बीच में छोड़कर कोलकाता लौट आये। वह मंगलवार सुबह बागडोगरा से हवाई मार्ग से कोलकाता लौटे।

कोलकाता हवाई अड्डा से सीधा राज्यपाल हुगली पहुंच गये। कोलकाता हवाई अड्डे पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हिंसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हिंसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि बंगाल के लोग शांति से रहना चाहते हैं। शांति में विघ्न डालने वालों को नहीं छोड़ा जायेगा।

बता दें, राज्यपाल सीवी आनंद बोस को बुधवार को उत्तर बंगाल कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होना था और गुरुवार को कोलकाता लौटना था, लेकिन वह बीच में ही दौरा छोड़ कर कोलकाता लौट आए। राज्यपाल रिसड़ा के चार नंबर गेट के पास पहुंचे और वहां स्थिति का मुआयना किया। हुगली के पुलिस आयुक्त ने राज्यपाल को पूरी स्थिति से अवगत कराया और पूरी स्थिति की जानकारी दी।

यह भी बता दें कि राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह के अलावा जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर उत्तर बंगाल में हो रहे कार्यक्रम में भी शिरकत की थी लेकिन हावड़ा और हुगली में हिंसा के कारण सीवी आनंद बोस ने उन सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया और जल्दी से कोलकाता लौट आए। रामनवमी के दिन शिवपुर की घटना के बाद राज्यपाल ने कड़ा बयान जारी किया था।

सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल रिसड़ा का नियमित खबर ले रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि बंगाल में काफी समय से राजनीतिक हिंसा का तांडव चल रहा है। इस पर लगाम लगाया जाएगा। हम सभी मिल कर शांति की रक्षा करेंगे। शांति स्थापित होगी और अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजेंगे।

राजभवन सूत्रों के मुताबिक, उत्तर बंगाल के राज्यपाल घटना पर नजर बनाए हुए हैं। शिवपुर के बाद, रिसड़ा में इसी तरह की गड़बड़ी के मद्देनजर सीवी आनंद बोस ने सोमवार रात कोलकाता लौटने का फैसला किया। इसी तरह वह मंगलवार सुबह कोलकाता के लिए रवाना हुए।

इसलिए मंगलवार और बुधवार को होने वाले उनके सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के अधिकारियों को भी सूचित किया गया है कि आपातकाल के कारण राज्यपाल को कलकत्ता लौटना पड़ा है। इसलिए वह विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल नहीं हो पा रहे हैं।

इस बीच, राज्यपाल ने शिवपुर में हुई हिंसा की घटना के बारे में अपने संदेश में साफ कर दिया है कि वह हुगली में हिंसा से खुश नहीं हैं। उन्होंने मामले की जानकारी लेने के लिए सीएम ममता बनर्जी को भी फोन किया था।

अपने बयान में उन्होंने कहा, गुंडों और बदमाशों को कुचल दिया जाएगा। लोकतंत्र को गुमराह नहीं किया जा सकता है कानून तोड़ने वालों को जल्द ही आग से खेलने का अंजाम भुगतना होगा। ऐसी सजा दी जाएगी कि लोग याद रखेंगे।

हिंसा में घायल कई लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती करने की जानकारी राज्यपाल को दी गई। राज्यपाल वहां से सीधे कोलकाता के लिए रवाना हुए और एसएसकेएम अस्पताल जा पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और डाक्टरों से उनका हालचाल जाना। यहां भी राज्यपाल ने आश्वस्त किया है कि कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी।

भाजपा ने जताई खुशी
इधर, राज्यपाल के रिसड़ा दौरे को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने खुशी जाहिर की। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि राज्यपाल को धन्यवाद दे रहा हूं। इस हालात में उन्होंने मौके पर जाकर लोगों से बात की है।

हालांकि तृणमूल प्रवक्ता सौगत राय ने कहा कि राज्यपाल वहां गए हैं, अच्छी बात है। वह कड़ी कार्रवाई की बात कर रहे हैं और राज्य सरकार भी कड़ी कार्रवाई कर रही है। समस्या यह है कि भाजपा हालात को बिगाड़ रही है।

उल्लेखनीय है कि दो अप्रैल से ही रिसड़ा में शोभायात्रा पर पथराव और हमले के बाद हिंसा शुरू हुई थी। पहली घटना के बाद वहां धारा 144 लगा दी गई थी और इंटरनेट बंद कर दिया गया था। इसके बावजूद तीन अप्रैल को भी हिंसा हुई और सोमवार रात को भी श्रीरामपुर की ओर मौजूद रिसड़ा स्टेशन के चार नंबर रेलवे गेट के पास आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव हुआ है।

इसकी वजह से कोन्ननगर स्टेशन से लेकर हावड़ा तक और श्रीरामपुर से लेकर बर्दवान तक दर्जनों ट्रेनें चार घंटे से अधिक समय तक ठहरी रह गई थीं। इसकी वजह से यात्री दहशत में रहे और कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी हुए थे।

इसके बाद राज्यपाल मंगलवार को अपना उत्तर बंगाल का दो दिवसीय सफर अधूरा छोड़ दोपहर के समय कोलकाता लौट आए और हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।