कमीशनखोरी से वीरेंद्र राम की कमाई अरबों में

झारखंड सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के भ्रष्टाचार को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। पद पर रहते हुए, अनुबंध प्रबंधन और कमीशन के माध्यम से वीरेंद्र राम की कमाई अरबों में है।

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रांची : झारखंड सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के भ्रष्टाचार को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। पद पर रहते हुए, अनुबंध प्रबंधन और कमीशन के माध्यम से वीरेंद्र राम की कमाई अरबों में है। वीरेंद्र राम से पूछताछ के चौथे दिन ईडी को कई नई जानकारियां हाथ लगी हैं. ईडी को दिल्ली के साकेत, डिफेंस कॉलोनी और छतरपुर में संपत्ति खरीदने की जानकारी मिली है। वीरेंद्र राम ने करीब 30 करोड़ रुपये नकद दिए। ईडी की जांच में जमीन की खरीद का बड़ा हिस्सा नकद में दिए जाने की बात सामने आई है। ईडी की जांच में पता चला है कि संपत्ति में कहां और कितनी नकदी है कि वीरेंद्र राम ने साल 2015 में अपनी पत्नी राजकुमारी के नाम से साकेत डी ब्लॉक में मकान नंबर डी-70 खरीदा था, तब खरीदार को चार करोड़ नकद दिए गए थे।

 

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इसी तरह डिफेंस कॉलोनी में भी 2019 में वीरेंद्र ने अपनी पत्नी राजकुमारी के नाम पर एक संपत्ति ली थी, इस संपत्ति की खरीद के लिए छह करोड़ नकद दिए जाने की पुष्टि हुई है। जनवरी 2023 में वीरेंद्र राम ने अपने पिता के नाम पर दिल्ली सतबरी छतरपुर में एक प्लॉट खरीदा। इस प्लॉट के लिए भी छह करोड़ नकद प्रॉपर्टी डीलर को दिए गए। इस जमीन पर एक महलनुमा घर भी बनाया गया है। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, अकेले दिल्ली में संपत्तियों में 30 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। ईडी को अब तक जो सबूत मिले हैं, उसके मुताबिक आने वाले दिनों में वीरेंद्र राम के रिश्तेदार आलोक रंजन, पत्नी राजकुमारी, पिता गेंदा राम पर भी ईडी मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा सकती है। ईडी ने वीरेंद्र राम के कुछ अधीनस्थ इंजीनियरों की भूमिका की भी जांच शुरू कर दी है। वीरेंद्र राम प्रकरण में विभाग के आधा दर्जन इंजीनियर ईडी के राडार पर हैं।