नंदीग्राम में अभिजीत गांगुली के नाम पर किया गया दीवार लेखन

तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कसा तंज

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नंदीग्राम, सूत्रकार : कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गांगुली भाजपा में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। माना जा रहा है कि उनको इस बार बीजेपी किसी भी सीट से उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि अभी उनके नाम की घोषणा नहीं की गयी है, लेकिन उसके पहले ही उनके प्रचार में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के गढ़ में दीवार लेखन शुरू हो गया है। इसको लेकर तृणमूल नेता कुणाल घोष ने बीजेपी पर तंज कसा है।

बीजेपी अभिजीत गांगुली को पूर्वी मेदिनीपुर की तमलुक लोकसभा सीट से मैदान में उतार सकती है। राज्य की राजनीति में इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। यही नहीं, अभिजीत को लेकर भाजपा शिविर ने प्रचार भी शुरू कर दिया है।

भाजपा के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शुभेंदु अधिकारी के विधानसभा क्षेत्र नंदीग्राम के कई स्थानों पर अभिजीत को भाजपा उम्मीदवार के रूप में उल्लेख करते हुए दीवार लिखी है। उनके मुताबिक यह तय है कि अभिजीत तमलुक से पार्टी के उम्मीदवार होंगे। पार्टी के शीर्ष से संदेश मिलने के बाद उन्होंने दीवार पर लिखना शुरू कर दिया।

तृणमूल नेता कुणाल घोष ने बीजेपी और अभिजीत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जहां से भी दीवार लेखन का काम शुरू किया गया है, वहीं के लोग उन्हें (अभिजीत को) खारिज कर देंगे। कुणाल ने कहा कि उन्होंने इतने लंबे समय तक सीबीआई जांच का आदेश दिया है। अब उन्हें सीबीआई की एफआईआर में नामित लोगों के साथ घूमना होगा। उनके लिए जज की कुर्सी नहीं नाटक का मंच था।

नंदीग्राम-2 ब्लॉक के हरेश्वरपुर इलाके में कई जगहों पर दीवारों पर अभिजीत का नाम लिखा हुआ है। बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं का दावा है कि उन्होंने सोशल मीडिया से देखा है कि अभिजीत तमलुक से उम्मीदवार बनने जा रहे हैं। इसलिए उन्होंने यह पहल की। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता स्वपन कुमार मंडल ने कहा कि हमें यकीन है कि अभिजीत गंगोपाध्याय, जिन्होंने नौकरी चाहने वालों के साथ हुए अन्याय के खिलाफ अभियान चलाया है, हमारे तमलुक लोकसभा क्षेत्र से खड़े होंगे। अगले दो-चार दिनों में इसकी घोषणा हो सकती है। इसलिए हमने बिना समय बर्बाद किए जल्दी से उनका नाम लिखना शुरू कर दिया।

बीजेपी सूत्रों के मुताबिक अगर अभिजीत सच में तमलुक से उम्मीदवार बनाने के बारे में सोच रहे हैं तो इसकी वजह उनका पिछला प्रोफेशन है। उन्होंने भर्ती भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई की, ‘प्रतिक्रिया जगाने’ का आदेश दिया।

उन्होंने ‘वंचित’ नौकरी चाहने वालों को आशा दी कि उन्हें भी न्याय मिलेगा। संयोग से, ‘वंचित’ नौकरी चाहने वालों का एक बड़ा हिस्सा पूर्व मेदिनीपुर से है। इतना ही नहीं, इनमें से ज्यादातर तमलुक से हैं।

‘गहरा आत्मविश्वास’ रखने वाले पूर्व जस्टिस गांगुली की इस पहलू को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने उनको तमलुक से मैदान में उतारने के बारे में सोचा होगा। नंदीग्राम के बीजेपी नेता मेघनाद पाल का दावा है कि इलाके की जनता अभिजीत को अपना उम्मीदवार बनाना चाहती है तो प्रारंभिक दीवार लेखन शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने अभी तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भावुक होकर दीवार पर उनका नाम लिख दिया।