हम मुस्लिम आरक्षण खत्म कर देंगे : अमित शाह

कांग्रेस और बीआरएस में मैच फिक्स हुआ है

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हैदराबादः देश के चार राज्यों में चुनाव समपन्न हो चुके हैं। एक राज्य तेलंगाना में अभी चुनाव बचा हुआ है। इसी को लेकर सभी राजनीति दलों के शीर्ष नेता पूरी तरह से प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। गृह मंत्री अमित शाह भी लगातार तेलंगाना को दौरा कर रहे हैं और प्रचार अभियान को लीड कर रहे हैं। आज इसी क्रम में उन्होंने एक बार फिर केसीआर पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर जमकर हमला किया। उन्होंने सोमवार (27 नवंबर) को कहा कि केसीआर और ओवैसी ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए कोई काम नहीं किया।

उन्होंन कहा, ” कांग्रेस और केसीआर के बीच में मैच फिक्सिंग हुआ है। अगर कांग्रेस को वोट दिया तो वो केसीआर को यहां का मुख्यमंत्री बनाएंगे और केसीआर राहुल गांधी को दिल्ली में प्रधानमंत्री बनाएंगे। लेकिन मैं केसीआर को कहने आया हूं कि यहां उनकी सरकार नहीं बन रही है और ऊपर राहुल गांधी के लिए जगह नहीं है क्योंकि फिर से नरेंद्र मोदी पीएम बनने वाले हैं।”

 

तेलंगाना के हुजूराबाद में चुनावी रैली करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘‘ओवैसी के डर से उन्होंने (केसीआर) अल्पसंख्यकों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया और हम चार फीसदी मुस्लिम आरक्षण खत्म कर देंगे। इसका लाभ ओबीसी, एससी और एसटी को देंगे।’’ उन्होंने दावा किया कि कोई नहीं चाहता कि केसीआर फिर से सत्ता में वापसी करें।

शाह ने आगे कहा कि कहा, ‘‘बीआरएस को वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) देने का समय आ गया है और उनके वाहन (बीआरएस के चुनाव चिह्न कार) को गैरेज में भेजने का समय आ गया है।’’

शाह ने कहा कि कांग्रेस, बीआरएस और एआईएमआईएम वंशवादी पार्टियां हैं और आरोप लगाया कि ये तीनों पार्टियां भ्रष्टाचार में विश्वास करती हैं। इन्हें वोट देने का मतलब भ्रष्टाचार को वोट देना है। उन्होंने आरोप लगाया कि केसीआर 17 सितंबर को, जिस दिन हैदराबाद रियासत का 1948 में भारतीय संघ में विलय हुआ था, ‘‘ओवैसी के डर से’’ हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में नहीं मनाते हैं.