किताबों के बीच हथियार और गोला बारूद बना लोगों का आकर्षण

पुलिस का स्टॉल कर रहा लोगों को आकर्षित

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कोलकाता, अंकित सिन्हा

46वां अंतराष्ट्रीय पुस्तक मेला अपने पूरे शबाब पर है। पुस्तक मेले के 6 दिन बीत चुके हैं, लेकिन लोगों के बीच का जोश अभी तक कम नहीं हुआ है- बल्कि बढ़ता जा रहा है। शनिवार और रविवार को तो भीड़ थी ही, लेकिन सोमवार को भी लोगों में काफी जोश देखने को मिला। इस भीड़ में लगभग सभी वर्गों के लोग शामिल थे। युवा भी हैं, बच्चे भी हैं और बूढ़े लोग भी शामिल हैं। और अगर सोमवार के दिन भीड़ हो रही है तो आप समझ ही सकते हैं कि बुद्धिजीवियों की इस धरती पर लोगों में किताब को लेकर कितनी चाहत है। इसी चाहत का मुआयना करने सूत्रकार की टीम कोलकाता पुस्तक मेले में पहुंची और लोगों से बातचीत की।

क्या कहा लोगों ने
पुस्तक मेले में न सिर्फ बंगाल के लोग आए हैं,बल्कि देश के कई हिस्से से भी लोग आए हैं। इस दौरान उत्तर प्रदेश के बलिया से आए हुए किताब प्रेमियों से मुलाकात हुई, जिसमें विपिन बिहारी सिंह और एसपी सिंह मिले, जिन्होंने बताया कि वो इससे पहले दिल्ली में जब पुस्तक मेला लगा था, तो वहां भी गए थे और अब जब कोलकाता में लगा है तो यहां आए हैं।
इन्होंने बताया है कि हमें किताबों को लेकर दीवानगी है जो हमे खींचती है। इस कारण से हम पुस्तक मेले में आकर्षित हो जाते हैं। इसके अलावा कोलकाता के छात्रों ने बताया वे जब जब पुस्तक मेला लगता है, तब-तब आते हैं। वे लोग सभी खासकर बांग्ला साहित्य के फैन हैं और रवींद्रनाथ टैगोर की किताबें पढ़ना पसंद करते हैं।

बच्चों की किताबें खूब बिकीं
इस बार 900 से ज्यादा किताबों के स्टाल है। जिसमें अकेले 200 से ज्यादा बच्चों के लिए स्टाल लगाए गए हैं। इनमें बांग्ला, इंग्लिश, हिंदी सहित अनेकों भाषाओं की किताबें उपलब्ध हैं। बच्चों के स्टॉल में भी भीड़ देखी जा रही है। चूंकि यह जनवरी- फरवरी का महीना चल रहा है। इस महीने में कई बच्चों की परिक्षाएं शुरू हो गई हैं या फिर शुरू होने वाली हैं। इस कारण ज्यादा बच्चे पुस्तक मेले में नहीं दिखे। हालांकि उनके माता पिता आकर उनके लिए जरूर खरीदारी कर रहे हैं।

स्पेन की थीम पर मेला
गौरतलब है कि इस बार के पुस्तक मेले का थीम स्पेन पर है। स्पेन का स्टॉल भी इस बार शानदार है। ऐसा दूसरी बार है कि थीम देश स्पेन को चुना गया है। इससे पहले 2006 स्पेन थीम बना था। आयोजकों ने बताया कि पुस्तक मेले में अंतर्राष्ट्रीय परिसर में यूके, यूएस, जापान, वियतनाम, फ्रांस, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, क्यूबा,पेरू, अन्य लैटिन अमेरिकी देशों और बांग्लादेश जैसे देशों की उपस्थिति भी है। अकेले बांग्लादेश के 20 से ज्यादा स्टॉल हैं जिसमें तस्लीमा नसरीन सहित कई लेखक और लेखिकाओं की रचनाएं है। इस स्टाल में भी खासा भीड़ देखने को मिली।

पुलिस का स्टॉल बना आकर्षण का केंद्र
46वें अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले में पश्चिम बंगाल पुलिस का स्टॉल रविवार को दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बना। जागरूकता के लिए ‘सेफ ड्राइविंग’ के संदेश को प्रदर्शित करने वाले असाधारण स्टॉल में विभिन्न प्रकार के हथियार और गोला-बारूद प्रदर्शित किए गए। उच्च स्तरीय गोला-बारूद का प्रदर्शन देखने के लिए बड़ी संख्या में आगंतुक स्टॉल पर पहुंचे। कोलकाता पुस्तक मेले में किताबों के बीच बम, बंदूक, राइफल, पिस्तौल, ड्रोन और पुलिस से जुड़ी ऐसी तमाम चीजें एक अलग तरह का आकर्षण पैदा करती हैं। ये भी एक अजीब बात है कि इतनी सारी किताबों के बीच हथियारों का जखीरा लोगों को आकर्षित कर रहा है। इस दौरान स्टॉल में बैठे लोगों ने सभी औजारों के बारे में विस्तार से बताया। इस स्टाल में एक ड्रोन भी रखा गया था जिसका इस्तेमाल इस वर्ष गंगा सागर मेले और भी कई जगहों पर निगरानी के लिए किया गया जा चुका है।

हिंदी स्टाल में पिछले साल के मुकाबले कम भीड़
सूत्रकार की टीम हिंदी के भी एक स्टाल वाणी प्रकाशन में पहुंची। यहां हिंदी के लगभग सभी कवियों और लेखकों की किताबें थीं। हालांकि शनिवार और रविवार के मुकाबले लोग तो कम पहुंचे थे। लेकिन इस वर्ष किताबों की बिक्री अच्छी हुई है। स्टाल के मालिक चंदन चौधरी से बात करते हुए पता चला कि इस वर्ष बंगाल की ही लेखिका अलका सरावगी की ‘गांधी और सरलादेवी चौधरानी’ किताब और शंभुनाथ शरण की किताब ‘भक्ति आंदोलन’ की सबसे ज्यादा मांग है। वहीं पिछले साल और इस साल की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल किताब की बिक्री ज्यादा थी, लेकिन इस साल काफी कम है।

आपको बताते चलें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 46वें पुस्तक मेले का उद्घाटन किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि हम दिल्ली में भी पुस्तक मेले का आयोजन करेंगे, जिसमें बंगाल के सभी जिले भाग लेंगे। हम इसमें विदेशी प्रकाशकों को भी इसमें आमंत्रित करेंगे। हालांकि उन्होंने कोई वक्त नहीं बताया था। इसके अलावा उन्होंने अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले का आयोजन करने वाली संस्था पब्लिसर्स एंड बुकसेलर्स गिल्ड से इसमें मदद की अपील भी की थी। पुस्तक मेले में इस बार 900 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं। आपको बताते चलें, 46वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला 12 फरवरी तक चलेगा।

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