West Bengal Panchayat Election Violence: राज्य चुनाव आयोग ने नहीं दी संवेदनशील बूथों की सही जानकारी : BSF
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा को लेकर सीमा सुरक्षा बल ने राज्य चुनाव आयोग पर एक बड़ा आरोप लगाया है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को कहा कि संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बार-बार अनुरोध के बावजूद, पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग ने कोई जानकारी नहीं दी। राज्य में चुनावी हिंसा में अभी तक 20 से ज्यादा की मौत हो चुकी हैं जबकि सरकारी अस्पतलों में पांच गंभीर रूप से घायल होकर भर्ती हैं।
बीएसएफ के डीआइजी एसएस गुलेरिया ने कहा कि बीएसएफ ने राज्य चुनाव आयोग को कई पत्र लिखकर संवेदनशील मतदान केंद्रों के बारे में जानकारी मांगी थी लेकिन 7 जून को छोड़कर कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने केवल संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या के साथ जवाब दिया और स्थान या अन्य विवरण प्रदान नहीं किया। उन्होंने कहा कि राज्य चुनाव आयोग ने 25 राज्यों के सीएपीएफ और राज्य सशस्त्र पुलिस के 59,000 सैनिकों का सुरक्षा कर्तव्यों में पर्याप्त उपयोग नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि “चुनाव ड्यूटी के लिए 25 राज्यों से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और राज्य सशस्त्र पुलिस की 59,000 टुकड़ियां पहुंची थीं लेकिन संवेदनशील मतदान केंद्रों पर उनका पर्याप्त उपयोग नहीं किया गया।” शनिवार को पंचायत चुनाव के दौरान राज्य भर में हुई हिंसा में कम से कम 20 लोग मारे गए और कई घायल हो गए। मुर्शिदाबाद, कूच बिहार, मालदा, दक्षिण 24 परगना, उत्तरी दिनाजपुर और नादिया जैसे कई जिलों से बूथ कैप्चरिंग, मतपेटियों को नुकसान पहुंचाने और पीठासीन अधिकारियों पर हमले किये गये। बता दें कि कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद शनिवार को पंचायत चुनाव के दौरान केंद्रीय बल की तैनाती की गई थी लेकिन आरोप है कि उन बूथों पर केंद्रीय बलों की तैनाती चुनाव आयोग की ओर से नहीं की गयी, जो ज्यादा संवेदनशील थे।