West Bengal Violence: हिंसा की आग में फिर जला बंगाल, भांगड़ में 2 और रायदिघी में एक हत्या

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दक्षिण 24 परगना : दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में आईएसएफ और पुलिस के बीच संघर्ष में दो आईएसएफ कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है जबकि रायदिघी में एक टीएसमी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है। पंचायत चुनाव शुरू होने से लेकर अभी तक राज्य में 46 लोगों की मौत हो चुकी है। मतदान में धांधली के आरोपों को लेकर दक्षिण 24 परगना का कंथालिया इलाका मंगलवार रात से ही गरमाया हुआ है। पुलिस के साथ मुठभेड़ में आईएसएफ के दो कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है। सोमवार सुबह से ही इलाके में पुलिस की तगड़ी गश्त शुरू हो गयी है।

पुलिस के मुताबिक एक खास राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं-समर्थकों ने उन पर हमला करना शुरू कर दिया। बम और गोलियों की आवाज से इलाके में दहशत फैल गई। आंसू गैस के गोले छोड़े गये लेकिन स्थिति नहीं बदली। आईएसएफ ने आरोप लगाया कि पुलिस ने फायरिंग शुरू की। उनके कई कार्यकर्ता घायल हो गये। हसन अली नाम के छब्बीस वर्षीय मजदूर की मौत हो गई है। कालाडांगा निवासी हसन को गोली लगने से घायल होने पर कोलकाता के आरजी कर अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई।

वहीं दूसरी तरफ दक्षिण 24 परगना का रायदिघी में बीजेपी-तृणमूल में विवाद हो गया। जानकारी के अनुसार मंगलवार को भनार्ड-2 ब्लॉक के कंथालिया मतगणना केंद्र पर जिला परिषद के लिए वोटों की गिनती चल रही थी। आईएसएफ नेता रेशमा खातून ने आरोप लगाया कि उनकी जिला परिषद उम्मीदवार जहांआरा खातून 5,000 वोटों से आगे थीं लेकिन दोपहर 12:30 बजे तक बीडीओ ने बताया कि जहांआरा 360 वोट से हार गयी है। आईएसएफ नेतृत्व का दावा है कि तृणमूल ने प्रशासन के साथ ‘सेटिंग’ कर ली है। इसके बाद मतदान का परिणाम घोषित किया गया। उन्होंने दोबारा चुनाव कराने की मांग की लेकिन कुछ ही देर में इलाके में तनाव शुरू हो गया। दक्षिण 24 परगना के रायदिघी विधानसभा के काशीनगर ग्राम पंचायत का चंदपाशा गांव है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मृतक तृणमूल कार्यकर्ता का नाम बिप्लब हालदार (35) है। कथित तौर पर स्थानीय बूथ पर बीजेपी उम्मीदवार की जीत हुई। तब से, शासक और बीजेपी के बीच अत्यधिक संघर्ष छिड़ गया।

इसे लेकर तृणमूल का आरोप है कि उस अशांति के लिए भाजपा प्रायोजित उपद्रवियों ने बिप्लब की हत्या कर दी, कारण इस बूथ पर भले ही बीजेपी की जीत हुई, लेकिन तृणमूल संगठन का निर्माण बिप्लब ने किया था। उन्होंने बीजेपी के खिलाफ खुलकर लड़ाई लड़ी। दावा किया इसी वजह से उनकी हत्या की गई। इस दिन सुबह घर से कुछ दूरी पर टीएमसी वर्कर का शव बरामद किया गया। हालांकि भाजपा नेताओं ने हत्या के आरोपों से इनकार किया है।