अपनी ही गठबंधन सरकार में शिकायत की अनसुनी हुई तो युवा कांग्रेस ने खुद संभाला मोर्चा
उड़ती धूल से परेशान कांग्रेसयों ने ग्रामीणों के साथ टायर जलाकर 6 घंटे तक किय सड़क जाम
चाईबासा : चाईबासा -झींकपानी मुख्य सड़क (एनएच-75 ई) से उड़ती धूल की शिकायत पर अपनी ही गठबंधन की हेमंत सोरेन की सरकार में ध्यान नहीं दिये जाने के बाद युवा कांग्रेस के नेताओं का सब्र का बांध टूट गया। रविवार को युवा कांग्रेस के नेताओं ने उड़ती धूल से त्रस्त गितिलपी, सिंहपोखरिया तथा केलेंडे के ग्रामीणों के साथ मिलकर सड़क पर उतरकर उसे जाम कर दिया। बीच सड़क पर टायर भी जला दिया।
इससे आवागमन पूर्णत: ठप हो गया। छह घंटे बाद करीब तीन बजे एसडीओ सचिंद्र बड़ाईक मुफ्फसिल थाना प्रभारी पवन पाठक तथा दल-बल के साथ गितिलपी चेकनाका स्थित जाम स्थल पर आए और कल से ही सड़क निर्माण शुरू करवा देने का आश्वासन देकर देकर जाम हटवा लिया। इसके बाद चाईबासा- झींकपानी मुख्य सड़क पर आवागमन बहाल हुआ। एसडीओ ने जाम करनेवालों को आश्वासन दिया कि सड़क का निर्माण कल ही से शुरू करवा दी जा रही है। सड़क निर्माण की निविदा हो चुकी है। ठेकेदार से बात हो चुकी है।
उड़ती धूल रोकने के लिए टैंकर से होगा पानी छिड़काव
वह सड़क से उड़ती धूल को रोकने के लिये सड़क पर टैंकर से पानी का छिड़काव भी किया जाएगा। मुफ्फसिल थाना प्रभारी पवन पाठक ने कहा कि सड़क के जिस हिस्से से धूल अधिक उड़ रही है, उस हिस्से की मरम्मत प्राथमिकता के आधार भी किया जाएगा। सड़क जाम में गितिलपी, सिंहपोखरिया तथा केलेंडे के ग्रामीणों ने भाग लिया। जाम का नेतृत्व कांग्रेस नेता सुरेश सावैयां ने किया। सुरेश सावैयां का कहना था कि सड़क से उड़ती धूल से गितिलपी, सिंहपोखरिया तथा केलेंडे गांव के लोग परेशान हैं। स्थानीय डीसी, मुख्यमंत्री तथा राज्यपाल से भी इसकी शिकायत की गयी थी। लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। इसलिये हमें मजबूर होकर सड़क जाम करना पड़ा। ज्ञात हो कि कुछ माह पहले सांसद गीता कोड़ा तथा पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने जनता की परेशानी को देखते हुए अपने स्तर से सरजोमगूटू-सिंहखरिया के बीच इस सड़क की अस्थायी मरम्मत करवायी थी। लेकिन अब सड़क की हालत फिर से पहले जैसे हो गयी है। इस मौके पर महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष नितिमा बोदरा बारी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास, त्रिशानु राय, जितेंद्र ओझा, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रीतम बांकिरा, हड़िरा पंचायत के मुखिया जगमोहन सावैयां, सिंहपोखरिया के मुंडा दीपू सावैयां, गितिलपी के मुंडा कृष्ण सावैयां, केलेंडे के ग्रामीण मुंडा तुलसीराम सावैयां समेत अन्य लोग मौजूद थे।
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