सावन में शिव दर्शन कहां-कहां कैसे करे…!!

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रांची : देवाधिदेव महादेव को सावन का महीना अतिप्रिय है. पंचांग के चैत्र से लेकर फाल्गुन तक के सभी बारह महीनों में सावन का महीना ही महादेव को अतिप्रिय होता है, जिसमें भोलेनाथ की पूजा और व्रत का महत्व होता है.इस साल सावन माह की शुरुआत 4 जुलाई 2023 से हो रही है, जिसका समापन 31 अगस्त को होगा. इस साल सावन में अधिकमास लगने के कारण इस बार सावन दो महीने का होगा. सभी देवताओं में भोलेनाथ का स्वरूप अद्भुत और निराला है. शिव के स्वरूप की बात करें तो उनके गले में सर्प, कानों में बिच्छू के कुंडल, हाथों में डमरू, त्रिशूल, माथे पर त्रिनेत्र और तन पर बाघम्बर आदि होता है. भोलेनाथ का स्वरूप हमें कई तरह की शिक्षा प्रदान करता है. सावन का महीना महादेव के भक्तों के लिए बहुत खास होता है. जिसका इंतजार बाबा के भक्त बहुत उत्सुकता से करते है. इस दौरान महादेव के मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखाई पड़ती है . सावन को लेकर देश के तमाम मंदिर तैयारियों में जुटे हुए हैं.

 

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19 साल बाद दो महीनों का सावन :

रांची में स्थित पहाड़ी मंदिर के पंडित जी के अनुसार 19 साल बाद दो महीनों का सावन पड़ रहा है. इस सावन में 59 दिनों में 8 सोमवारी पड़ेगी. यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था के नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण है. हर साल यहां हजारों भक्त सावन के महीने में बाबा का आशिर्वाद लेने आते हैं. इस दौरान श्रद्धालुओं की भारी तादाद होने के कारण यहां भक्तों की लंबी कतारें लग जाती हैं. जिसकी वजह से लोगों को घंटो लाइन में खड़ा होना पड़ता है. इस बार लोगों को इस तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े, इसके लिए मंदिर प्रशासन द्वारा विशेष प्रबंधन किया जा रहा है. इस बार सावन में पहाड़ी बाबा के शीघ्र दर्शन की व्यवस्था नहीं होगी। श्रद्धालुओं को पहाड़ी बाबा का दर्शन-पूजा के लिए लाइन में लगना होगा । जानकारी के लिए बता दें कि मंदिर में पहले बुजुर्गों और शारीरिक रूप से कमजोर के लिए पहाड़ी मंदिर विकास समिति द्वारा शीघ्र दर्शन की व्यवस्था की जाती थी। जिसे ये कहते हुए समाप्त कर दिया गया है कि इस वजह से बाकि दर्शनार्थियों को बहुत देर तक लाइन में खड़े रहना पड़ता था. पूजा को लेकर आसपास के दुकानदारों में भी उत्साह का माहौल है. हर साल हजारों श्रद्धालुओं के आने से आसपास के दुकानदारों के दुकान पर भीड़ देखने को मिलती है. जिसकी वजह से उन्हें भी सावन के महीने के आने का इंतजार रहता है.