चुनाव आयोग ने पलामू, लातेहार और गढ़वा एसपी को क्यों लिखा पत्र? जानिए पत्र में किन खास बातों का है जिक्र

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पलामू : दशकों बाद पलामू प्रमंडल में हिंसा मुक्त चुनाव हुआ है. नक्सली संगठन पिछले तीन दशकों से चुनाव के दौरान हिंसक घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं. लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान पलामू, लातेहार और गढ़वा के इलाकों में किसी भी तरह की कोई हिंसा नहीं हुई है. भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के सफल क्रियान्वयन के लिए पलामू, लातेहार और गढ़वा एसपी को प्रशस्ति पत्र भेजा है. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार का पत्र पलामू एसपी रीष्मा रामेशन, लातेहार एसपी अंजनी अंजन और गढ़वा एसपी दीपक कुमार पांडेय को मिला है. पलामू और गढ़वा, पलामू लोकसभा क्षेत्र जबकि पलामू का पांकी विधानसभा एवं लातेहार, चतरा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. पलामू एसपी रीष्मा रामेशन, लातेहार एसपी अंजनी अंजन, गढ़वा एसपी दीपक कुमार पांडेय ने पत्र मिलने की पुष्टि की है.

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पलामू का इलाका नक्सल हिंसा के लिए पूरे देश भर में चर्चित रहा है और चुनाव के दौरान कई बड़ी घटनाएं हुई हैं. जबकि गढ़वा और लातेहार का सीमावर्ती क्षेत्र पर बूढ़ा पहाड़ मौजूद है, जो माओवादियों का ट्रेनिंग सेंटर रहा है. बूढ़ा पहाड़ के कई इलाकों में तीन दशक के बाद मतदान केंद्र बनाया गया था. जहां बंपर वोटिंग हुई है. वहीं पलामू के कई इलाकों में केंद्रों तक पोलिंग पार्टी सड़क मार्ग से मतदान केंद्र तक गई है. पलामू के चक के इलाके में पहली बार मतदान कर्मी सड़क मार्ग से गए थे. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने तीनों एसपी को पत्र लिखकर चुनाव के दौरान किए गए कार्यों की सराहना की है.