कोलकाता, सूत्रकार : परीक्षा हॉल में प्रश्नपत्र की तस्वीर लेने और उसे मोबाइल फोन के जरिये फैलाने की घटना लगभग हर साल होती है। माध्यमिक परीक्षा 2024 के दौरान ‘क्वेश्चन लीक’ यानी प्रश्न पत्र बाहर आने से रोकने के लिए माध्यमिक बोर्ड पहले से ही अलर्ट है।
प्रश्न पत्र की गोपनीयता की रक्षा के लिए एक बिल्कुल नई प्रणाली अपनाई गई है। जिस सिस्टम से परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र की तस्वीर निकलेगी, उससे पता चल जायेगा कि प्रश्नपत्र किस अभ्यर्थी का है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीबीएसई) के चेयरमैन रामानुज गंगोपाध्याय ने कहा कि प्रत्येक प्रश्न पत्र में एक ‘अलग कोड’ होगा। पूरा सिस्टम उस कोड पर निर्भर करेगा।
उन्होंने कहा कि यह उपाय इसलिए किया गया है ताकि परीक्षा शुरू होने के बाद कोई बेईमानी के मकसद से तस्वीरें न ले सके और सवाल न पूछ सके। मैंने प्रत्येक प्रश्नपत्र को एक अद्वितीय क्रमांक दिया है। परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी को जो प्रश्नपत्र मिलेगा उसका यूनिक कोड उसकी उत्तर पुस्तिका एवं उपस्थिति पत्रक में लिखा होना चाहिए। ऐसे में अगर कोई प्रश्नपत्र आएगा तो कोड देखकर ही पता चल जाएगा कि प्रश्न की तस्वीर कहां से आई है और प्रश्नपत्र किसका है।
कोड इस तरह दिए गए हैं कि एक नजर में ही बोर्ड अधिकारियों को पता चल जाएगा कि प्रश्नपत्र किस जिले का है। फिर उस कोड के माध्यम से बोर्ड के अपने प्रबंधन द्वारा संबंधित उम्मीदवार को ट्रैक किया जाएगा। सिर्फ प्रश्न पत्र का पहला पेज नहीं।
इस कोड के माध्यम से प्रश्नपत्र के किसी भी पन्ने की तस्वीर लेने पर संबंधित परीक्षार्थी पकड़ में आ जायेगा। एक अधिकारी के अनुसार, किसी भी पेज का कोई भी फोटो सीरियल नंबर के जरिए लिया जाएगा। कोड प्रश्न पत्र के पहले पृष्ठ पर रखा जाएगा और साथ ही प्रत्येक पृष्ठ पर भी अंकित किया जाएगा। ऐसे में आप किसी भी पन्ने की तस्वीर ले लें या किसी भी एंगल से ले लें, हमें पता चल जाएगा कि प्रश्नपत्र किसका है।
परिषद चेयरमैन ने जिलों का दौरा शुरू कर दिया है। जिले की बैठक में भी जिम्मेदार अधिकारियों को पूरी व्यवस्था की जानकारी दी जाएगी। परीक्षा हॉल में पर्यवेक्षक उम्मीदवारों की उपस्थिति सूची में प्रश्न पत्र कोड लिखने के लिए जिम्मेदार होगा। 2024 में माध्यमिक विद्यालय के लिए पंजीकृत छात्रों की संख्या लगभग 12 लाख है। परीक्षा 2 फरवरी से शुरू होगी और 12 फरवरी तक जारी रहेगी।