कोलकाता : शिशिर अधिकारी तो वैसे टीएमसी के ही सांसद है लेकिन इससे बड़ा उनका परिचय शुभेंदु अधिकारी के पिता से हैं। शुभेंदु बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष है और राज्य की टीएमसी सरकार पर पूरी तरह से हमलावर रहे हैं। लेकिन अब शिशिर अधिकारी के पर टीएमसी पूरी तरह से आक्रमक हो गई है। कुछ दिन पहले उनकी संपत्ती में वृद्धि को लेकर तृणमूल के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए केंद्र को पत्र भेजा था।
अब उस पूरे मामले पर केंद्रीय गृह अमित शाह ने जवाब दिया। इसमें लिखा है कि पत्र मिल गया है। उस पत्र को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कुणाल घोष के बयान में कहा गया है, ‘अगर दिल्ली इसे रोकती नहीं है, तो जांच निश्चित है।’
कुणाल घोष ने इससे पहले पिछले कुछ सालों में शिशिर अधिकारी की संपत्ति में हुई बढ़ोतरी पर सवाल उठाए थे। 8 नवंबर को उन्होंने एक साथ प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत ईडी और सीबीआई को पत्र लिखा था। कुणाल घोष के दावे के मुताबिक, 2009 के चुनावी हलफनामे में कांथी सांसद की संपत्ति सिर्फ 10 लाख रुपये थी।
वहां से केवल 3 वर्षों में, यानी 2012 में, उनकी संपत्ती 10 करोड़ से ज्यादा हो गई है। तृणमूल प्रवक्ता का सवाल है कि, “जब सारदा कर्ता सुदीप्त सेन ने अधिकारी के परिवार के सदस्यों पर ब्लैकमेल कर पैसे वसूलने का आरोप लगाया है, तो शिशिर अधिकारी की संपत्ति इतनी कैसे बढ़ गई?”
अमित शाह ने उस पत्र का जवाब दिया। केंद्रीय गृह मंत्री ने हिंदी में लिखे एक संक्षिप्त पत्र में कुणाल घोष के पत्र की प्राप्ति की पुष्टि की। उन्होंने उन्हें धन्यवाद भी दिया। अब इस बात को लेकर तृणमूल आश्वस्त है। सोशल मीडिया पर कुणाल घोष की पोस्ट, ”मुझे उम्मीद है कि इस बार सीबीआई शिशिर अधिकारी को हिरासत में लेगी और पूछताछ शुरू करेगी। अगर दिल्ली ने इसे नहीं रोका तो यह जल्द ही शुरू हो जाएगा।