भारतीय शिक्षण मंडल की युवा आयाम बैठक संपन्न
समारोह की शुरुआत संगठन गीत, आदर्श वाक्य, आदर्श वाक्य, प्रार्थना एवं कल्याण मंत्र से हुई।
राँची : भारतीय शिक्षण मंडल के युवा आयाम के बिहार एवं पूर्वी क्षेत्र की क्षेत्रीय बैठक रविवार को राँची के सरला बिरला विश्वविद्यालय के सभागार में सम्पन्न हुई। समारोह का प्रारंभ संगठन गीत, ध्येय श्लोक, ध्येय वाक्य, प्रार्थना एवं कल्याण मंत्र के साथ हुआ। इसके उपरांत भारतीय शिक्षण मंडल के झारखंड प्रांत के अध्यक्ष रंजीत मिश्रा ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा सम्मानित अतिथियों को अंग्वस्त्र एवं श्रीफल देकर स्वागत एवं सम्मानित किया। बैठक के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित आशुतोष द्विवेदी ने भारत, भारतीय और भारतीयता पर अपने बौद्धिक विचार को बैठक में रखा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विचारों के मंथन से जो नवनीत निकलता है उसे युवाओं तक पहुँचाने का कार्य करना है।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे डॉ. ओम प्रकाश सिंह, उपाध्यक्ष भारतीय शिक्षण मंडल ने अपने वक्तव्य में कहा, दुनिया के इतिहास को देखने के बाद यह स्पष्ट है कि दुनिया में जो भी परिवर्तन हुआ है उसने युवा शक्ति एक महत्वपूर्ण कारण है। उन्होंने युवा शक्ति के निर्माण पर अपना विस्तृत व्याख्यान दिया। स्काउट गाइड, रेड क्रॉस, यूटीसी, यूओटीसी, यूओटीसी, एनसीसी, एनएसएस के माध्यम से युवा शक्ति का निर्माण तथा सृजनात्मक दिशा को प्रदान करने को लेकर बैठक में अपने विचार को साझा किया। डॉ. सिंह ने भारतीय शिक्षण मंडल के विभिन्न प्रकल्पों से परिचित करवाते हुए, इन प्रकल्पों द्वारा किस प्रकार से युवाओं के स्व को जगाने तथा भारत माता की सेवा लिए तत्पर रहने को लेकर किए किए जाने वाले प्रयासों पर भी विस्तृत प्रकाश डाला।
प्रथम सत्र के दौरान उपस्थित अखिल भारतीय युवा आयाम के प्रमुख अमित रावत ने युवा आयाम संगठनात्मक स्वरूप, मण्डल के कार्यक्रम, गतिविधि के साथ युवा आयाम को स्पष्टता से बैठक में अपने व्यक्तव्य में रखा। उन्होंने दृष्टि, ध्येय, मिशन पर प्रकाश डाला। आगे उन्होंने कहा, किसी भी देश का उज्ज्वल भविष्य युवा ही हैं। युवकों के सार्थक प्रयास से ही राष्ट्र का विकास संभव है। इतिहास बोध का होना अनिवार्य है जिससे हम पूर्व में होने वाली ग़लतियों को जान हम उन्हें सुधार सकते हैं। हम विश्व में पराक्रम, त्याग और ज्ञान के लिए जाने जाते हैं। युवा आयाम युवाओं को पाँच यम और पाँच नियम को अभ्यास करवाने पर बल देता है। जिससे युवाओं का सर्वांगीण विकास हो। आयाम का एक लक्ष्य कौशल का विकास , तार्किकता, आध्यात्मिकता का विकास भी है। युवाओं को राष्ट्रवाद से ओतप्रोत होना चाहिए जिससे युवाओं का राष्ट्र निर्माण में सार्थक योगदान सुनिश्चित हो सके। साथ ही युवा भविष्य में भी स्वतः राष्ट्र विकास से अपने को जोड़कर स्वयं कार्य करते रहें।
बैठक के द्वितीय सत्र में संगठनात्मक चर्चा हुई जिसने मण्डल की सक्रियता को बनाये रखने से संबंधित चर्चाओं के साथ प्रवास की कार्यविधि पर भी चर्चा हुई। बैठक के तृतीय सत्र में विकसित भारत के विचार से संबंधी लेखन, टोली निर्माण तथा प्रशिक्षण एवं मूल्यांकन पर चर्चा के साथ भविष्य की योजनाओं पर विचार रखें गये। बैठक के अंतिम सत्र में नवम्बर माह में मंडल की अखिल भारतीय संगोष्ठी के विषय की जानकारी प्रदान की गई। मंच संचालन सुबोध कुमार, ऐश्वर्या आनंद एवं सपना त्रिपाठी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन निलेश कुमार शर्मा , युवा आयाम सह प्रमुख- युवा आयाम ने दिया। बैठक में भारतीय शिक्षण मंडल के प्रदेश मंत्री सुभाष साहू, प्रांत विस्तारक निलेश जी, डॉ. उमेश , डॉ. पवन सहित बिहार एवं पूर्वी क्षेत्र के कार्यकर्ता उपस्थित थे।