झारखंड की श्रद्धा, शव के हुए 12 टुकड़े

आदिवासी समुदाय की 22 वर्षीय महिला के शव के 12 टुकड़े किए गए

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राँची। जब से देश में श्रद्धा मर्डर की घटना सामने आई है तब से लेकर अभी तक न जाने कितने ऐसे मामले प्रकाश में आए हैं जो हूबहू श्रद्धा मर्डर केस की तरह ही किए गए हैं। जहां कल एक ओर राजस्थान में भतिजे ने ताई के 10 टुकड़े कर शव को जंगलों में फेंक दिया तो वहीं आज झारखंड के साहिबगंज जिले से भी ऐसी ही एक घटना सामने आयी है।

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दरअसल एक आदिवासी शख्स ने अपनी दूसरी पत्नी की हत्या करके शव के कई टुकड़े कर दिए। सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक “साहिबगंज के ही रहने वाली आदिवासी समुदाय की 22 वर्षीय महिला के शव के 12 टुकड़े मिले हैं। वहीं दूसरी ओर सिर समेत शव के कुछ हिस्से अभी भी लापता हैं । जिनकी खोज जारी है। बता दें कि  आरोपी पति दिलदार अंसारी को हिरासत में ले लिया गया है। ज्ञात रहे कि  मृतक उसकी दूसरी पत्नी थी।

पुलिस के अनुसार शनिवार यानी 17 दिसंबर को शाम 6 बजे संथाली मोमिन टोला क्षेत्र के एक पुराने मकान से एक महिला का शव टुकड़ों में बरामद किया गया। प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि आरोपी ने महिला को शादी का झांसा देकर यहां बुलाया था।

मृतक का नाम रुबिका पहाड़िन  के रूप में की गई, पीड़िता की हत्या उसके कथित पति दिलदार अंसारी ने की है। दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि रुबिका दिलदार की दूसरी पत्नी थी और दोनों पिछले दो साल से एक-दूसरे को जानते थे। घटना का पता तब चला जब महिला के परिवार ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस से संपर्क किया और जांच के दौरान पुलिस ने रूबिका का शव क्षत-विक्षत हालत में बरामद किया।

यहां भी धारदार हथियार का इस्तेमाल किया गया है

पुलिस को शक है कि आरोपियों ने महिला के शरीर को कई टुकड़ों में काटने के लिए बिजली के कटर जैसी धारदार चीज का इस्तेमाल किया। जैसा की श्रद्धा मर्डर केस में किया गया था फिलहाल पुलिस मामले की जांच जुटी है।

वहीं इस घटना ने राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग भी शुरू कर दी है। भाजपा ने बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। राज्य के भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि  “हेमंत सरकार के कार्यकाल में बेटियों पर लगातार अत्याचार बढ़ रहा है। अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ हताश लोग लगातार बेटियों को निशाना बना रहे हैं, लेकिन सरकार कोई कड़ा कदम नहीं उठा रही है। अगर सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाती है, तो हम अपना कदम उठाएंगे ।