दुनिया के पांच अलग-अलग क्षेत्रों की 32 टीमों के बीच 64 मैच खेले जाएंगे। दुनिया की मशहूर फुटबॉल टीमों को 8 ग्रुपों में बांटा गया है।
ग्रुप-ए में मेजबान देश कतर की टीम के अलावा इक्वाडोर, सेनेगल और नीदरलैंड की टीमें अगले चरण में जाने के लिए जोर आजमाइश करेंगी।
ग्रुप-बी में फीफा विश्व कप-2018 का सेमीफाइनल खेलने वाले इंगलैंड के अलावा इरान, अमेरिका और वेल्स की टीमें अगले राउंड में जाने के लिए मैदान पर खून-पसीना एक करेंगी।
ग्रुप-सी में दो बार विश्व कप जीत चुके अर्जेंटीना के अलावा मैक्सिको, पोलैंड और सऊदी अरब की टीमों के खिलाड़ी दूसरे दौर में दस्तक देने के लिए मैदान पर हर दांव आजमाएंगे।
ग्रुप-डी में डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस के अलावा ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क और ट्यूनीशिया के खिलाड़ी अगले चरण का टिकट कटाने के लिए दम दिखाएंगे।
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ग्रुप-ई में एक बार विश्वकप जीत का स्वाद चख चुकी स्पेन की टीम के अलावा जर्मनी, जापान और कोस्टा रिका की टीमें एक-दूसरे को पछाड़ने का प्रयास करेंगी।
ग्रुप-एफ में साल 2018 विश्व कप में कांस्य विजेता बेल्जियम की टीम के अलावा कनाडा, मोरक्को और फीफा कप-2018 के उपविजेता क्रोएशिया के खिलाड़ी अगले चरण की उड़ान भरने को जोर लगाएंगे।
ग्रुप-जी में विश्व फुटबॉल की जान कहलाने वाले ब्राजील की टीम के अलावा सर्बिया, स्विट्जरलैंड और कैमरून की टीमें दमखम दिखाएंगी।
ग्रुप-एच में पुर्तगाल के अलावा घाना, उरुग्वे और दक्षिण कोरिया के खिलाड़ी अगले चरण में पहुंचने को मुकाबला करेंगे।
फुटबॉल विश्व कप के लिए मेजबान देश कतर के 5 मुख्य शहरों में 8 स्टेडियम तैयार किए गये हैं। इनमें खलीफा इंटरनेशनल और अहमद बिन अली स्टेडियम पुराने हैं, जिन्हें विश्व कप के लिए फीफा के अनुसार बिलकुल नया लुक दिया गया है, जबकि अन्य 6 स्टेडियमों का निर्माण विश्व फुटबॉल कप की मेजबानी मिलने के बाद किया गया।