मच्छर भगाने की अगरबत्ती से हुआ हादसा, 6 की मौत

मरने वालों में 4 लोग बंगाल के

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नयी दिल्ली / कोलकाता : दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में शुक्रवार को दम घुटने से 6 लोगों की मौत हो गयी थी। जिनमें 4 लोग कोलकाता के हैं। इस घटना पर शनिवार को प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी ने दुख जताया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के साथ खड़े होना और मुआवजे की घोषणा की हैं।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि  दिल्ली में आग लगने की घटना में हमने अपने राज्य के लोगों को खोया है। इन 4 लोगों में 3 मालदह और एक उत्तर दिनाजपुर इलाके का रहने वाला है।

सीएम ने मृतक के परिवार को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इस मामले में दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी जय तिर्की ने बताया कि शास्त्री पार्क स्थित एक घर में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई।

परिवार के लोगों की दम घुटने से मौत हो गई है। गौरतलब है कि परिवार के लोग बीती रात कॉइल जलाकर सो रहे थे। तभी एक ब्रांडेड छाप अगरबत्ती के कारण तकिए में आग लग गई।

आग लगने से दो लोगों की झुलसने से मौत हो गई, जबकि 4 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। दम घुटने से मरने वाले 6 लोगों में से चार पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। हालांकि अभी पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है।

कौन-कौन से गैस निकलते हैं

मच्छर भगाने वाला कॉइल जलाने से कार्बन मोनोक्साइड, सल्फरडाई ऑक्साइड, नाइट्रोडाई ऑक्साइड और पर्टिकुलेट मैटर निकलता है। यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए हेल्थ संबंधी खतरा पैदा कर सकता है।

ऐसे में मच्छर भगाने वाला कॉइल का धुआं हमारे भीतर जाकर मच्छर के काटने से अधिक नुकसानदायक साबित हो जाता है। एक्सपर्ट के अनुसार मॉस्किटो कॉइल से निकलने वाले धुएं में सबमाइक्रोन (1 माइक्रोन से कम व्यास) पार्टिकल होते हैं। इनमें काफी मात्रा में भारी धातु, एलेथ्रिन और फिनोल और ओ-क्रेसोल जैसे कार्बनिक वेपर की एक डिटेल रेंज होती है। इसलिए, लंबे समय तक इस धुएं के संपर्क में रहने से लोगों के हेल्थ पर असर पड़ता है। ऐसे में गैस की अधिकता जानलेवा भी साबित हो जाती है।