कोलकाताः रामनवमी के दिन हावड़ा के शिवपुर और फिर हुगली के रिसड़ा में हुई हिंसा की घटनाओं के मुद्देनजर गुरुवार को हनुमान जयंती पर कोलकाता समेत राज्य के कई इलाकों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती करनी पड़ी।
इसे लेकर बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी की सरकार पर निशाना शाधा और कहा कि बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से लचर हो गयी है। ममता सरकार बंगाल में कानून व्यवस्था को संभालने पूरी तरह से विफल है।
दक्षिण आसनसोल से बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल ने गुरुवार को कहा कि हनुमान जंयती पर केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती से यह स्पष्ट हो गया है कि ममता बनर्जी की सरकार राज्य की कानून व्यवस्था को संभालने में पूरी तरह से विफल है।
प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेस से अग्निमित्रा पॉल ने रामनवमी के बाद से राज्य के विभिन्न जगहों में हुई हिंसा के लिए सीएम ममता बनर्जी को निशाना बनाया।
उन्होंने कहा कि यह बंगाल के लिए शर्म की बात है कि रामनवमी को केंद्र कर हावड़ा और फिरहुगली के रिसड़ा में हिंसा फैली। उन्होंने कहा कि राज्य में अभी ऐसी हिंसक स्थिति बनी हुई है कि हनुमान जयंती पर केंद्रीय बलों की तैनानी करनी पड़ी।
वहीं, इसे देखते हुए यह आशंका अभी से बनी हुई है कि आगामी पंचायत चुनाव में भारी हिंसा होगी। इसलिए बीजेपी की मांग है कि पंचायत चुनाव में केंद्रीय सुरक्षा बल की सुरक्षा के बीच पंचायत चुनाव कराये जाये।
अग्निमित्रा ने कहा कि बंकाया डीए की मांग पर राज्य के सरकारी कर्मचारी ममता बनर्जी के खिलाफ चल गये हैं।
वहीं, अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी ममता से दूर चले गये है क्योंकि राज्य के सरकारी कर्मचारी से लेकर आम जनता ने सीएम ममता बनर्जी की झूठ पकड़ ली है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ वोटबैंक के लिए टीएमसी सुप्रीमो ममता ने जो राजनीति शुरू की है उसका जवाब लोग देने लगे हैं। ऐसे में वो दिन दूर नहीं जब ममता सरकार का सफाया हो जायेगा और बीजेपी की सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा कि आगामी 8 अप्रैल को नेशनल लाइब्रेरी में एक भारत श्रेष्ट भारत कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। जिसमें त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।