लखनऊः सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के दिवंगत होने पर खाली हुई मैनपुरी सीट उनके बेटे अखिलेश यादव के लिए अब नाक का सवाल बन गई है।
इसीलिए शायद वह सारे गिले शिकवे भुला कर एक बार फिर गुरुवार को अपने चाचा शिवपाल से मिलने उनके घर पहुंचे। अखिलेश यादव और डिंपल यादव प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव से मिलने उनके आवास पर पहुंचे हैं। सूत्रों के मुताबिक, दोनों के बीच मैनपुरी उपचुनाव को लेकर चर्चा हुई। चाचा भतीजे की तकरीबन 45 मिनट मुलाकात हुई है।
मैनपुरी लोकसभा सीट सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण रिक्त हुई है। पार्टी किसी भी कीमत पर इस सीट को जीतना चाहती है।
इस मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि नेता जी और घर के बड़ों के अलावा मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है। यादव ने इसके साथ ही अपनी, डिंपल, शिवपाल यादव और उनके पुत्र आदित्य यादव की एक तस्वीर भी ट्वीट की।
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इससे पहले, मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) के स्टार प्रचारक बनने के अगले दिन शिवपाल यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और उपचुनाव में सपा उम्मीदवार डिंपल यादव को जीत दिलाने का आह्वान किया।
नेता जी और घर के बड़ों के साथ-साथ मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है! pic.twitter.com/vBcGiaMn1z
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 17, 2022
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में शिवपाल की भूमिका इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उनका विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर भी मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है।
शिवपाल का मैनपुरी के लोगों के साथ करीबी नाता है। मुलायम सिंह यादव की अनुपलब्धता की स्थिति में क्षेत्र में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में शिवपाल उनके प्रतिनिधि के रूप में जाया करते थे।
शिवपाल यादव का डिंपल के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए उतरना महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि भाजपा ने इस सीट से रघुराज सिंह शाक्य को अपना उम्मीदवार बनाया है जो कभी शिवपाल यादव के करीबी सहयोगी थे।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर लंबे समय से सपा का ही कब्जा है। इस सीट पर उपचुनाव के तहत मतदान पांच दिसंबर को होगा और नतीजे की घोषणा आठ दिसंबर को की जाएगी।