CRPF ने छत्तीसगढ़ और झारखंड में तीन ‘फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस’ स्थापित किए
2018 की तुलना में वामपंथी उग्रवादी हिंसा की घटनाओं में 39 प्रतिशत की कमी आई
नई दिल्लीः केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने नक्सलियों के गढ़ों पर कार्रवाई करने के मकसद से छत्तीसगढ़ और झारखंड के दूरस्थ नक्सली हिंसा प्रभावित इलाकों में तीन नए ‘फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस’ (एफओबी) स्थापित किए हैं।
छत्तीसगढ़ के सुकमा और बीजापुर जिलों में एक-एक ‘फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस’ (एफओबी) और झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में एक एफओबी बनाया गया है।
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सीआरपीएफ के प्रवक्ता ने बताया कि ये एफओबी आसपास के क्षेत्रों में समन्वित अभियान शुरू करने के लिए सुरक्षा बलों के लिए एक आधार के रूप में काम करेंगे और नक्सली आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ने में भी मदद करेंगे।
छत्तीसगढ़ में एफओबी सुकमा में चिंतागुफा थानाक्षेत्र के दुब्बकोंटा में और बीजापुर के उसूर थानाक्षेत्र में नम्बी में स्थित है।
उन्होंने कहा कि दोनों इलाके नक्सलियों का गढ़ हुआ करते थे। आंतरिक क्षेत्रों में इन एफओबी की स्थापना से सुरक्षा बलों को मदद मिलेगी क्योंकि ये नक्सलियों के खिलाफ उनके ठिकानों के करीब आक्रामक अभियानों को अंजाम देने के लिए ‘लॉन्च पैड’ के रूप में काम करेंगे।
इन दूर-दराज इलाकों में सुरक्षा बलों की मौजूदगी न केवल नक्सलियों की आपूर्ति श्रृंखला को कमजोर करेगी बल्कि उन्हें इन क्षेत्रों से बाहर करेगी और क्षेत्र में विकास गतिविधियों को बढ़ावा देगी।
सितंबर तक अद्यतन किए सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2018 की तुलना में वामपंथी उग्रवादी हिंसा की घटनाओं में 39 प्रतिशत की कमी आई है।