मकर संक्रांति पर पुण्य स्नान आज से शुरू

· गंगासागर में 31 लाख तीर्थयात्रियों का आगमन

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  *  29 चोर उच्चके गिरफ्तार, तीन बीमारों को किया एयरलिफ्ट

 * मंत्री अरुप विश्वास ने थपथपायी अपनी सरकार की पीठ

कोलकाता/सागरद्वीपः सागरद्वीप। हिंदुओं के लिये जनआस्था का केन्द्र बने गंगा व सागर के संगम में अब तक लगभग 31 लाख तीर्थयात्रियों के मोक्षनगरी में आने की जानकारी मंत्री अरुप विश्वास ने गंगासागर में एक संवाददाता सम्मेलन में दी।

मंत्री के दावे की मानें तो उक्त आंकड़ा आज दोपहर 3 बजे तक के हैं, और हो सकता है कि गंगासागर में इस साल पुण्य स्नान करने वालों के अब तक के तमाम रिकार्ड टूट जाएं। उन्होंने दावा किया कि भीड़ का रेला गजब के उफान पर है।

उक्त संवाददाता सम्मेलन में दमकल मंत्री सुजित बोस, मंत्री पुलक राय, मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती व मंत्री बंकिम हाजरा मौजूद थे। सागर मेले में हर व्यवस्था परिपूर्ण होने का दावा करते हुए मंत्री अरुप विश्वास ने कहा, यहां आनेवाले लोग इसे सराह रहे हैं।

एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि अब तक एक तीर्थयात्री की मौत हुई है। साथ ही पड़ोसी देश नेपाल व अन्य प्रदेशों से आये तीन लोग बीमार हो गये व तीनों को बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर शहर भेजा गया है। नेपाल से आई बीमार तीर्थयात्री का नाम रुपा साही है।

इसके अलावा 12 लोगों के साथ पॉकेट मारी की घटना घटी है। 10 लोगों का कुल पैसा 30,725 रुपये पुलिस ने बरामद किया है। मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है जबकि अपने परिजनों से मेले में अलग हुए 12 लोगों को उनके स्वजनों से मिलवा दिया गया है

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मंत्री अरुप विश्वास ने राज्य सरकार का पीठ थपथपाते हुए कहा कि, ममता सरकार ने गंगासागर मेले में जो कार्य किए है वह अतुलनीय कार्य है। मंत्री ने दावा किया देश के तमाम मेले के बीच जिस तरह की शांतिपूर्ण व्यवस्था गंगा सागर मेले में होती है वह कही नहीं है।

मंत्री अरुप विश्वास ने कहा कि एक दिन बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के हाथ से ही इस मेले को जो पहचान व मान्यता मिलेगी उसे इतिहास याद रखेगा। यह मेला राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त करेगा और मुड़ीगंगा पर सेतू ममता बनर्जी के कर कमलों से ही होगा।

बता दें कि जनआस्था का सैलाब 12 जनवरी की सुबह से उमड़ना शुरु हुआ और खबर लिखे जाने तक स्नान का क्रम चलता रहा। उक्त पुण्यार्थियों में इस राज्य से कम देश-विदेश के विभिन्न भागों से आये तीर्थयात्री थे।

पुण्यार्थियों ने भगवान सूर्य की पूजा के साथ ही सागर तट पर गउ दान- किया। रात भर सागरद्वीप के दौरे के दौरान यह देखा गया कि रात के गहराने के साथ ही सागर तट पर भीड़ बढ़ती रही है। पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने आज शाम को गंगा आरती की। व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के बीच उनके स्नान परम्परा का निर्वाह हुआ।

आरती की एक झलक पाने के लिये लोगों की भीड़ भी उमड़ी। मकर संक्रांति के स्नान व मेले को लेकर प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गये हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो। पुण्य स्नान के दौरान लगातार पुलिस सह सेना के जवानों को व्यवस्था को बनाये रखने के लिये ठंड के मौसम में भी पसीना बहा रहे हैं।

वहीं 1100 सीसीटीवी कैमरों व ड्रोन से भी भीड़ पर नजर रखी जा रही है। उल्लेखनीय है कि गंगासागर मेला भारत के सबसे बड़े मेलों में से एक है। इसका आयोजन पश्चिम बंगाल में कोलकाता के निकट उस स्थान पर किया जाता है जहां गंगा नदी बंगाल की खाड़ी यानी सागर में मिलती है। यही कारण है सागरद्वीप को गंगासागर कहते हैं। यहां हर साल मकर संक्रांति अवसर पर मेला आयोजित होता है।

मकर संक्रांति के पावन अवसर पर दक्षिण 24 परगना जिले के सागरद्वीप में विश्व प्रसिद्ध गंगासागर मेले में पुण्य स्नान करने के लिए असंख्य तीर्थयात्री पहुंचने लगे हैं। गंगासागर में पुण्य स्नान का समय 14 जनवरी (शनिवार) की शाम को 6 बजकर 53 मिनट से शुरू होगा जो अगले दिन 15 जनवरी (रविवार) को शाम 6 बजकर 53 मिनट तक रहेगा।

बता दें, इस बार गंगासागर मेला 10 जनवरी से आरंभ हुआ है जो 17 जनवरी तक चलेगा।

इस बार गंगासागर की यात्रा और सुगम हो गई है। आसानी से लोग हेलीकॉप्टर से गंगासागर आ सकते हैं। अब तक ट्रेन, बस और स्टीमर की सुविधा थी।

मकर संक्रांति के अवसर पर पवित्र गंगासागर के संगम पर स्नान के लिए विदेशी समेत देशभर से लाखों लोग सागर द्वीप पहुंचते हैं। प्रशासन सूत्रों के अनुसार गंगासागर मेले में तीर्थयात्रियों के परिवहन के लिए 2 हजार 750 बसें, 32 वेसल, 100 लॉन्च, 21 जेटी, 4 बार्ज की व्यवस्था की गई है।

गंगासागर मेला में कड़ी सुरक्षा व्यवस्थाः

इस बार कुंभ मेला नहीं है। इसलिए सागरद्वीप में गंगासागर मेला में भारी जन समागम होने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य और जिला प्रशासन द्वारा गंगासागर मेला में पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं।

दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन के साथ नवान्न द्वारा भी मेले पर निगरानी करने का निर्णय लिया गया है। इस बार लाइव प्रसारण के माध्यम से गंगासागर मेले पर निगरानी की जाएगी। मेला परिसर में सुरक्षा में ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है। यहां 20 ड्रोन से नजरदारी की जा रही है।

सुरक्षा में 30 वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 13 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं, 21 कंट्रोल रूम भी बनाये गये हैं। गंगासागर में 91 बाइकें और 19 लांच पेट्रोलिंग कर रहे हैं। मेला परिसर में लगभग 1100 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं।

तीर्थयात्रियों के लिए हिन्दी में भी बैनर और होर्डिंगः

गंगासागर मेले में बड़ी संख्या में आने वाले हिंदी भाषी तीर्थयात्रियों को ध्यान में रखते हुए बंगाल सरकार ने सभी संकेत चिह्न (साइनपोस्ट), बैनर और होर्डिंग हिंदी में भी लिखे जाने की विशेष व्यवस्था की है।