मोरबी हादसे से सीखः बंगाल में 2109 पुलों की जांच कराएगी राज्य सरकार

राज्यभर में मौजूद सभी पुलों की जांच के निर्देश

कोलकाता : गुजरात के मोरबी में हुए केबल पुल हादसे ने पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुए कई भयानक पुल हादसों की यादें ताजा कर दी हैं। इससे सबक लेते हुए ममता सरकार राज्य के सभी केबल पुलों की सेहत की जांच कराएगी।

इस मामले में लोक निर्माण विभाग के मंत्री पुलक राय (Public Works Department Minister Pulak Rai) ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों और इंजीनियरों के साथ एक बैठक की।

इस बैठक में उन्होंने राज्यभर में मौजूद सभी पुलों की जांच के निर्देश दिए हैं। राज्य में फिलहाल पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत 2109 ब्रिज हैं, जो केबल ब्रिज हैं और मुख्य रूप से उत्तर बंगाल के पहाड़ी क्षेत्रों के साथ ही तराई और डुअर्स के जंगली क्षेत्रों में मौजूद हैं।

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विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि जब तक सर्वे नहीं होगा, तब तक यह पता लगाना असंभव है कि कौन सा पुल किस हालत में है।

उन्होंने कहा कि मोरबी हादसे में इतने लोगों की मौत के बाद बंगाल में ऐसी कोई दुर्घटना न हो इसके लिए सरकार पहले से सतर्क है।

सितंबर 2018 में जब कोलकाता का माझेरहाट फ्लाईओवर हादसा के बाद लोक निर्माण विभाग पर लोगों ने सवालिया निशान लगाया था।

गौरतलब है कि गुजरात के मोरबी में ब्रिटिश काल का पुल गिरने से कम से कम 141 लोगों की मौत हो गई।

एक निजी कंपनी ने कुछ दिनों पहले ही पुल की मरम्‍मत की थी। हालांकि कंपनी ने तय समय से महीनों पहले ही पुल को जनता के लिए खोल दिया। मोरबी नगर पालिका और अजंता मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड के बीच हुए अनुबंध के अनुसार, पुल को रखरखाव के लिए आठ से बारह महीने तक बंद रहना था।

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