आसनसोल भगदड़ः बीजेपी पार्षद अमित तुलसियान गिरफ्तार

14 दिसंबर को आसनसोल में हुआ था कंबल वितरण के दौरान भगदड़

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आसनसोलः आसोनसोल में कंबल वितरण के दौरान भगदड़ में 3 लोगों की हुई मौत के मामले में पुलिस ने बीजेपी पार्षद अमित तुलसियान को गिरफ्तार कर लिया।

आपको बता दें कि आसनसोल भगदड़ कांड में मारी गई आसनसोल नॉर्थ थाना क्षेत्र के कल्ला सीएच इलाके की निवासी झाली बाउरी (55) के पुत्र सुकेश बाउरी की शिकायत पर पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी।

जिसमें आसनसोल के पूर्व मेयर जिंतेंद्र तिवारी, उनकी पत्नी व नगरनिगम में नेता प्रतिपक्ष चैताली तिवारी, पार्षद गौरव गुप्ता, अमित तुलसियान, बंटी सिंह, विकास गुप्ता, विनय तिवारी, राहुल पासवान, तेजप्रताप सिंह, चिंटू शर्मा को नामजद के साथ अन्य को भी आरोपी बनाया गया।

इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (भाग II), 308 और 34 के तहत मामला दर्ज हुआ है। इसी मामले में अब पुलिस ने अमित तुलसियान को गिरफ्तार कर लिया।

उल्लेखनीय है कि 14 दिसंबर को आसनसोल नॉर्थ थाना क्षेत्र अंतर्गत गोसाईं डांगाल इलाके के एक मैदान में शिवचर्चा के साथ कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी भी शामिल हुए थे।

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मुख्य आयोजनकर्ता चैताली तिवारी थीं। जिसमें लोगों को कंबल देने के लिए कूपन बांटा गया था। लेकिन कंबल वितरण के दौरान भगदड़ मचने से 2 महिला और एक 12 साल की बच्ची की मौत हो गयी थी।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आसोनसोल भगदड़ मामले में पुलिस बीजेपी पार्षद अमित तुलसियान को पूछताछ के लिए आसानसोल उत्तर थाने ले गयी। जहां पूछताछ के बाद पुलिस ने अमित को गिरफ्तार कर लिया।

पार्टी के पार्षद अमित तुलसियान की हुई गिरफ्तारी पर आसोनसोल के पूर्व मेयर और बीजेपी नेता जितेंद्र तिवारी ने तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, मैं इस बंगाल को नहीं छोड़ूंगा। मैं बंगाल की धरती पर पैदा हुआ, बंगाली मां की गोद में मरूंगा। आसनसोल के तृणमूल नेता जो चाहे वह करो।

वहीं, जितेंद्र के इस ट्वीट पर टीएमसी नेता वी शिवदासन (दाशु) ने कटाक्ष किया और कहा, वह सहानुभूति हासिल करने की कोशिश कर रहे है। भीड़ बढ़ाने के लिए बाहरी लोगों को कंबल वितरण समारोह में लाया गया। साथ ही भीड़ बढ़ाने के लिए शिवचर्चा जैसे कार्यक्रम भी किया गया।

लोगों की भीड़ सामने आने पर इसे नियंत्रित करने की जरूरत थी। एक वरिष्ठ नेता की जरूरत थी। लेकिन जैसे ही नेता कार्यक्रम से निकले लगे, तभी अन्य लोग भी चल पड़े और घटना हो गयी जो हत्या है।