माकपा की रैली पर हमला, आरोप तृणमूल पर

तृणमूल पर लगा जुलूस पर हमला करने का आरोप

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कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस पर दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में माकपा की रैली पर हमला करने का आरोप लगा है। इस हमले में कई माकपा कार्यकर्ताओं के घायल होने की सूचना है। माकपा ने भांगड़ के पाईखान इलाके से हाथीशाला तक जुलूस निकालने का आह्वान किया था।

सूत्रों के मुताबिक, वामपंथी कार्यकर्ताओं का तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं से रंजिश थी। तृणमूल पर जुलूस पर हमला करने का आरोप लगाया गया। इलाके के दो तृणमूल नेताओं के नाम सामने आए हैं।

तृणमूल ने शुरू में आरोपों से इनकार किया। हालांकि बाद में स्थानीय तृणमूल नेता राशिद मोल्ला ने हमले की बात स्वीकार कर ली। इस बीच वामदलों ने घटना के बाद बसंती हाईवे को जाम कर दिया।

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इस घटना से इलाके में व्यापक तनाव फैल गया। लेदर कॉम्प्लेक्स थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। बसंती हाईवे सुंदरवन का मुख्य संर्पक सड़क है।

नाकाबंदी के कारण उस व्यस्ततम सड़क पर भारी ट्रैफिक जाम हो गया। वामपंथी नेता सुजन चक्रवर्ती ने पलटवार करते हुए कहा कि तृणमूल कार्यकर्ता पुलिस की मदद से ऐसा कर रहे हैं।

माकपा की रैली पर हमला करने को लेकर राशिद मोल्ला ने कहा कि ममता-अभिषेक के खिलाफ वामपंथी कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे थे जिसका विरोध किया गया है।

माकपा ने झूठ बोलकर 34 साल राज किया, अब वे लोग ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी के नाम पर गंदी-गंदी बातें कर रहे थे। क्या यह स्वीकार्य है? मेहनतकशों के लिए कितना कुछ कर रही हैं ममता सरकार। फिर उनके खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया जा रहा है।

वामपंथी नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी के खिलाफ कोई कुछ नहीं कह सकता। क्या लोकतंत्र यही कहता है? अब जितना बड़ा अपराधी, उतना बड़ा तृणमूल नेता। ममता बनर्जी कहती थीं कि बुद्धदेव भट्टाचार्य के हाथों पर खून लगा है।

क्या उन्हें यह बातें याद हैं? अब लोग तृणमूल से उनके कर्मों का हिसाब मांग रहे हैं। यही वजह है कि तृणमूल कांग्रेस जवाब देने से डर रही है। पूरे बंगाल में वामपंथी जिस तरह लोगों को अपने साथ लेकर चल रहे हैं उससे तृणमूल डरी हुई है। हम पर हमले किये जा रहे हैं। हमले की घटना में पुलिस ने भी तृणमूल का भरपूर साथ दिया है।