अटॉर्नी जनरल ने पूरे चंद्रवंशी समाज का किया अपमान, मांगें माफी : डॉ. चंद्रवंशी
राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को भेजा गया पत्र
कोलकाताः केंद्र सरकार के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी जाली नोटों की तुलना मगध नरेश सम्राट जरासंध से कर पूरे चंद्रवंशी समाज का अपमान है। इसकी अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा ने कड़े शब्दों में निंदा की। महासभा ने अटॉर्नी जनरल से माफी मांगने की मांग की है। इसके लिए महासभा की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा गया है।
अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ ईश्वर सागर चंद्रवंशी ने मंगलवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने चंद्रवंशी समाज के इष्टदेव महाराजा जरासंध की तुलना जाली नोटों से करके पूरे चंद्रवंशी समाज आहत और अपमानित करने का काम किया है।
उन्होंने कथित तौर पर कहा है कि जिस तरह से जरासंध को टूकड़े-टूकड़े करके फेंक दिया गया था, उसकी तरह से जाली नोटों को टूकड़े-टूकड़े करके फेंक देना चाहिए। इस टिप्पणी से देशभर में पूरा चंद्रवंशी समाज आक्रोशित है।
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महासभा ने अटार्नी जनरल से पूरे चंद्रवंशी समाज से माफी मांगने की मांग की है। उन्हें इसके लिए 10 दिनों का समय दिया जाता है। यदि वह ऐसा नहीं करते हैं, तो देशभर में उनके खिलाफ व्यापक रूप से विरोध किया जायेगा।
वहीं, महासभा के संयोजक अनिल सिंह ने कहा कि चंद्रवंशियों के पूर्वज मगध नरेश चक्रवर्ती सम्राट जरासंध का नाम लेकर अपमानित करना बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी को उनके पद से हटाये जाने का मांग पर महासभा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू को पत्र भेजा गया है।
इतना ही नहीं, उपरोक्त मामले को लेकर चंद्रवशी समाज की ओर से 18 दिसंबर को नयी दिल्ली के जंतर-मंतर के समक्ष प्रदर्शन किया जायेगा। इस बीच पश्चिम बंगाल में विरोध किया जा रहा है।
महासभा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बजरंग वर्मा और राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य विजय चंद्रवंशी ने कहा कि चंद्रवशी समाज इस मामले को लेकर जरूरत पड़ी, तो अदालत का दरवाजा भी खटखटायेगा।
इस मौके पर सुजित, भोला सिंह, संतोष सिंह, विकास सिंह, सोनू प्रसाद समेत महासभा के अन्य पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे।