डीए की मांग पर बंगाल के सरकारी कर्मचारियों का दिल्ली में धरना

शहीद मीनार पर धरना के खिलाफ सेना ने हाईकोर्ट में दायर की याचिका

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कोलकाता / नई दिल्ली। महंगाई भत्ते (डीए) की मांग को लेकर बंगाल के सरकारी कर्मचारियों के संयुक्त संग्रामी मंच का आंदोलन कोलकाता के बाद दिल्ली पहुंचा है।

डीए की मांग पर सरकारी कर्मचारियों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना शुरू कर दिया है। सोमवार और मंगलवार को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक डीए आंदोलनकारियों का जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कार्यक्रम है।

इस बीच बंगाल से करीब 500 सरकारी कर्मचारी डीए की मांग को लेकर दिल्ली पहुंचे हैं। वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौपेंगे।

इसके अलावा मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में डीए मामले की सुनवाई है। सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद की रोशनी का इंतजार कर रहे हैं, जो कई महीनों से सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।

इधर, कोलकाता के शहीद मीनार स्थित संग्रामी संयुक्त मंच को हटाने के लिए सेना ने कलकत्ता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उसके लिए एक निश्चित समय निर्धारित किया गया था, लेकिन आंदोलनकारी उस समय सीमा को दरकिनार कर कार्यक्रम को जारी रखे हुए हैं।

इस मामले की सुनवाई अगले शुक्रवार को हाईकोर्ट के न्यायाधीश राजशेखर मंथा की एकलपीठ द्वारा किए जाने की संभावना है।

कानूनी रूप से शहीद मीनार परिसर का स्वामित्व सेना के पास है। उनकी अनुमति से ही सभी सभाएं वहीं होनी हैं। केंद्रीय दर पर डीए की मांग को लेकर राज्य सरकार के कर्मचारियों का एक समूह लंबे समय से शहीद मीनार परिसर में धरना दे रहा है।