CBI को बड़ी सफलता,धनबाद से पकड़ा गया NEET परीक्षा का एक और आरोपी!

142

नई दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट)-यूजी मामले में अनियमितताओं के संबंध में संदिग्ध मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया है. अधिकारी के अनुसार, संदिग्ध मुख्य साजिशकर्ता की पहचान अमन सिंह के रूप में हुई है, जिसे झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले शुक्रवार को सीबीआई ने दो आरोपियों डॉ. एहसान उल हक और इम्तियाज आलम को गिरफ्तार किया था, जो झारखंड के हजारीबाग में ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल के तौर पर काम कर रहे थे. इससे पहले केंद्रीय एजेंसी ने बिहार के पटना में दो और गिरफ्तारियां की हैं. सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मनीष प्रकाश और आशुतोष नाम के दो लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. गिरफ्तार किए गए लोग पटना से काम करते पाए गए. अधिकारी ने बताया कि आरोपी आशुतोष छात्रों के लिए सुरक्षित घर की व्यवस्था कर रहा था, जबकि दूसरा आरोपी मनीष उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए ‘तैयार’ करने के लिए एक स्कूल में ले जाता था.

ये भी पढ़ें : झारखंड के CM चंपई सोरेन ने दिया इस्तीफा

सूत्रों से मिली जानकारी से अधिकारी ने बताया, “मनीष प्रकाश छात्रों को अपनी कार में ले जाता था. जबकि छात्रों को आशुतोष के घर में ठहराया जाता था.” पिछले महीने की शुरुआत में, केंद्र सरकार ने व्यापक जांच के लिए NEET-UG मामले में अनियमितताओं से संबंधित मामले को सीबीआई को सौंपा था. तदनुसार, सीबीआई ने कथित पेपर लीक, उम्मीदवारों के प्रतिरूपण और धोखाधड़ी से संबंधित मामले में कई प्राथमिकी दर्ज कीं. NEET-UG परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) कथित अनियमितताओं को लेकर आलोचना का सामना कर रही है. इसने देश भर में कई विरोध प्रदर्शनों को बढ़ावा दिया, जिसमें प्रदर्शनकारियों और राजनीतिक दलों ने NTA को भंग करने की मांग की.इस बीच, सुप्रीम कोर्ट 8 जुलाई को NEET-UG परीक्षा में पेपर लीक और अनियमितताओं का आरोप लगाने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करने वाला है. शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड की गई 8 जुलाई की वाद सूची के अनुसार, याचिकाएं मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ के समक्ष सूचीबद्ध हैं. शीर्ष अदालत ने पहले पेपर लीक के आरोपों के बीच नए सिरे से NEET-UG, 2024 परीक्षा की मांग करने वाली याचिकाओं पर NTA से जवाब मांगा था और कहा था कि परीक्षा की “पवित्रता” प्रभावित हुई है और उसे परीक्षण एजेंसी से जवाब चाहिए. शीर्ष अदालत ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) से कहा था कि अगर NEET-UG 2024 परीक्षा आयोजित करने में कोई लापरवाही हुई है, तो उससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए. केंद्र और एनटीए ने 13 जून को शीर्ष अदालत को बताया था कि उन्होंने 1,563 उम्मीदवारों को दिए गए अनुग्रह अंक रद्द कर दिए हैं और उम्मीदवारों को 23 जून को फिर से परीक्षा देने या समय की हानि के लिए दिए गए प्रतिपूरक अंकों को छोड़ने का विकल्प दिया गया है.