विधानसभा में डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर BJP ने किया वाॅकआउट

भाजपा ने CM सह स्वास्थ्य मंत्री ममता बनर्जी से बयान देने की मांग की

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कोलकातः बंगाल विधानसभा में मंगलवार को डेंगू का मुद्दा उठा। भाजपा ने डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव पेश किया। विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने स्थगन प्रस्ताव की प्रति पढ़ने की अनुमति दी, लेकिन उस पर बहस कराने से इन्कार कर दिया।

इसके विरोध में भाजपा के विधायकों ने विधानसभा कक्ष के अंदर नारेबाजी की और सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री ममता बनर्जी से बयान देने की मांग की।

उसके बाद भाजपा के विधायक विधानसभा की कार्यवाही से वॉकआउट कर गए। बाद में विधानसभा की गेट पर मच्छरदानी वितरित की। दूसरी ओर, स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने इसे नाटक करार दिया।

अध्यक्ष ने इस पर बहस कराने से किया इन्कार

बता दें कि, बंगाल में डेंगू के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य सचिवालय नबान्न में समीक्षा बैठक की थी। नेता प्रतिपक्ष सुभेंदू अधिकारी ने राज्य सरकार की ओर से उठाये गए कदम की जानकारी विधानसभा को देने की मांग की।

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अधिकारी ने कहा कि आज स्थगन प्रस्ताव पेश किया गया था, लेकिन अध्यक्ष ने इस पर बहस कराने से इन्कार कर दिया है। मुख्यमंत्री के पास ही स्वास्थ्य विभाग का दायित्व है और स्वास्थ्य मंत्री विधानसभा आती नहीं हैं।

क्या कदम उठाये गए हैं। राज्य की जनता जानना चाहती है। डेंगू पर स्थगन प्रस्ताव दिया गया है। यह जानकर सीएम ने कल कोलकाता में समीक्षा बैठक की थी।

यदि सीएम सदन में नहीं आ रही हैं, तो कोई मंत्री सदन में डेंगू को लेकर उठाये गए कदम को लेकर बयान दें।

सीएम ममता बनर्जी पर जवाब नहीं देने का आरोप 

उन्होंने कहा कि साल 2017 के बाद से राज्य में एक लाख के करीब लोग डेंगू से संक्रमित हुए हैं।कोलकाता, उत्तर 24 परगना, मुर्शिदाबाद और सिलीगुड़ी डेंगू से सर्वाधिक प्रभावित है।

कोलकाता पुलिस एसआई और बेलियाघाटा आईडी वाइस प्रिंसिपल की डेंगू से मौत हुई है। मुख्यमंत्री के पास 12 सालों से स्वास्थ्य विभाग का भी पदभार है, लेकिन वह कोई जवाब नहीं देती हैं। स्वास्थ्य विभाग और गृह विभाग का कोई सवाल नहीं लिया जाता है।