मेरे भाई-भाभी को डरा रहे थे भाजपाई : ममता

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कोलकाता : सीएम ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर यह गंभीर आरोप लगाया है कि उनके भाई कार्तिक और उनकी पत्नी काजरी बनर्जी को बीजेपी ने पार्टी में शामिल होने के लिए ‘मजबूर’ किया था, लेकिन वे नहीं शामिल हुए।

सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाबी भाषण में यह खुलासा किया। हालांकि उन्होंने कार्तिक और काजरी का नाम नहीं लिया।

उन्होंने कहा, मेरे भाई और भाई की बहू को धमकाया गया और जबरन भाजपा में ले जाना चाहते थे लेकिन वे नहीं गए, क्योंकि वे जानते हैं कि दीदी डांटेंगी और गुस्सा करेंगी। ममता ने आरोप लगाया कि कार्तिक और काजरी को बीजेपी में शामिल नहीं होने को लेकर निशाना बनाया जा रहा है।

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बता दें, कोयला तस्करी मामले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बालीगंज स्थित एक निजी कंपनी के दफ्तर पर छापा मारा था। वहां से 1 करोड़ 40 लाख कैश बरामद किया गया था।

जांच के दौरान जांचकर्ताओं को मंजीत सिंह ग्रेवाल उर्फ जीटी भाई नाम के शख्स के बारे में पता चला। ईडी के सूत्रों का दावा है कि एक ‘प्रभावशाली’ नेता मंजीत के जरिए कोयला तस्करी के पैसे को डायवर्ट करने की कोशिश कर रहा था।

केंद्रीय जांच एजेंसी के इस दावे के बाद राज्य में विपक्षी दल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर शिकायत की कि जीत भाई भवानीपुर उपचुनाव में ममता के प्रचार के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री और उनके भाई कार्तिक के साथ जीत भाई की एक तस्वीर भी प्रकाशित की।

शुभेंदु ने रविवार को वीडियो भी ट्वीट किया। साथ ही शुभेंदु ने आरोप लगाया है कि मंजीत और काजरी के पास 2 करोड़ 40 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति है। विपक्षी दल के नेता के आरोपों के जवाब में सीएम ममता ने सोमवार को विधानसभा में जवाबी भाषण दिया।

ममता ने विधानसभा में शुभेंदु अधिकारी के साथ मनजीत की फोटो दिखाई। इसके बाद उन्होंने कहा, मैं मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों में भी जाती हूं। मेरी तस्वीर दिखाई जा रही है। मनजीत के साथ मुख्यमंत्री की ट्वीट की गई तस्वीर एक गुरुद्वारे की है।

ममता ने बिना नाम लिए कहा, कार्तिक और काजरी को बीजेपी में शामिल नहीं होने के लिए निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, बीजेपी कोयले की बात कर रही है। कोल इंडिया किसके अधीन ? ईडी, सीबीआई सब दिखा रहे हैं।

दूसरी ओर, शुभेंदु की शिकायत के जवाब में कार्तिक ने जवाब दिया है। उन्होंने मंजीत से जान पहचान की बात स्वीकार की। साथ ही उन्होंने शुभेंदु के आरोपों को गलत बताया।

उन्होंने दावा किया, मैं जानबूझकर अन्याय के साथ कभी समझौता नहीं करता। मुझे लगता है कि ईडी के लोग भी इंसान हैं। कार्तिक ने मीडिया में शुभेंदु के साथ मंजीत की एक तस्वीर भी दिखाई।

बता दें, काजरी बनर्जी वर्ष 2021 के कोलकाता नगर निगम चुनाव में वार्ड नंबर 73 से पार्षद चुनी गई हैं। शुभेंदु ने जिन तीन जमीनों को मंजीत या उसके परिवार के साथ मिलकर खरीदने का आरोप लगाया है, उनमें से एक वार्ड नंबर 73 में है। मुख्यमंत्री उसी वार्ड की निवासी हैं।