बंगाल में चॉकलेट बम फटने पर भी आ जाती है सेंट्रल टीमः ममता

जाकिर हुसैन के घर पर आयकर विभाग की कार्रवाई पर जताया ऐतराज

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मुर्शिदाबादः  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee)  ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार मनरेगा का पैसा नहीं दे रही है। बंगाल के लोगों का खाना मारकर केंद्र सरकार राज नहीं कर पाएगी।

मुख्यमंत्री ने 100 दिनों के काम मनरेगा के तहत केंद्र सरकार की ओर से पैसे नहीं देने और सेंट्रल टीम भेजने पर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।

सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को मुर्शिदाबाद के सागरदिघी में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बंगाल में बीजेपी नेता के घर में कोई कीड़ा भी घुस जाता है, तो सेंट्रल टीम आ जाती है। एक चॉकलेट बम भी फट जाता है, तो सेंट्रल टीम आ जाती है, लेकिन गुजरात, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बड़ी घटना घट जाती है, फिर भी वहां सेंट्रल टीम नहीं जाती है।

उन्होंने दिवंगत विधायक सुब्रत साहा को भी श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही कहा कि केंद्र सरकार 100 दिन के काम का पैसा रोक देने पर भी बंगाल को नहीं रोक पाएगी।

उन्होंने कहा कि अवैध रूप से गुजरात पुलिस आई और दिल्ली पुलिस के साथ बंग भवन से सारे कैमरे लेकर गई। राज्यपाल, मुख्य न्यायाधीश वहां रहते हैं।

किससे बात कर रहे हैं, सब उठा लिया गया है। यह अधिकार किसने दिया? कहां से आया यह अहंकार? एक सामाजिक कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर बंगभवन से ले जाया गया। बंगभवन पश्चिम बंगाल सरकार की संपत्ति है। बिना अनुमति के जो भी वहां जाएगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

तृणमूल कांग्रेस के नेता जाकिर हुसैन के कारखाने में आयकर विभाग की रेड और करोड़ों की संपत्ति की बरामदगी पर ममता बनर्जी ने कहा कि जाकिर को मारने की भी साजिश थी। टीएमसी नेताओं के घर पर ईडी और सीबीआई की टीम भेजी जाती है।

जाकिर हुसैन बीड़ी कारोबारी हैं। अगर वह दोषी हैं तो उन पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन, वह सिर्फ इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं क्योंकि वह तृणमूल कांग्रेस करते हैं। जाकिर के पास 20 हजार बीड़ी मजदूर हैं। कितने बीड़ी श्रमिकों के बैंक खाते हैं? उनका भुगतान कैसे होगा।

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मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर कहा कि क्या आप शक्ति दिखा रहे हैं? आज सत्ता में हैं। यदि कल शक्ति न हो तो वह शून्य हो जाएगा। बड़ा शून्य। मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि सीपीएम, कांग्रेस ने बीजेपी के साथ गठबंधन किया है।

उन्होंने कहा कि मजदूरों को पैसे क्यों नहीं मिलते? सीपीएम, बीजेपी जवाब दें। राम-बाम-श्याम एक हो गए। बंगाल के लोगों से भात छीना जा रहा है, लेकिन बंगाल के लोगों से भात छीन कर केंद्र में राज नहीं किया जा सकेगा।

अगर कोई सोचता है कि यह पैसा उसकी अपनी जमीन है, उसका अपना फंड है तो वह गलत है। बंगाल लड़ता है, इसलिए पैसा नहीं मिलता है। सभी ओबीसी की फीस बंद है।

केंद्र ने बकाया 6 हजार करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है। जीएसटी के जरिए बंगाल से टैक्स लिया जा रहा है, लेकिन, बंगाल वह पैसा नहीं दे रहा है, जिसका वह हकदार है। 100 दिन के काम, ग्रामीण घरों, ग्रामीण सड़कों के लिए केंद्र पैसा नहीं दे रहा है।