मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र

कैग रिपोर्ट को बताया झूठ का पुलिंदा

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कोलकाता, सूत्रकार : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ शुक्रवार को मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने केंद्र से सामाजिक कल्याण योजनाओं के लिए राज्य के बकाये के भुगतान की मांग की है। इस मांग पर ही उन्होंने शुक्रवार को कोलकाता में धरना-प्रदर्शन शुरू किया। ममता बनर्जी अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के साथ रेड रोड पर बीआर अंबेडकर की प्रतिमा के सामने धरना पर बैठी हैं। सीएम शुक्रवार दोपहर करीब 1:15 बजे रेड रोड स्थित धरना स्थल पहुंचीं। उन्होंने धरना शुरू करने से पहले अंबेडकर की प्रतिमा पर माला चढ़ाकर अपनी श्रद्धांजलि दी। धरना मंच पर लगे बैनर पर लिखा है-केंद्र सरकार की वादाखिलाफी मुझे मंजूर नहीं।

कैग रिपोर्ट झूठ का पुलिंदा, ममता ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने धरना मंच से कैग रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा बताते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने की बात कही। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य का बकाया नहीं दे रही है। धरने के पहले दिन ममता ने कहा कि उन्होंने कैग रिपोर्ट के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। कैग रिपोर्ट पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा है। अधिकारियों के मुताबिक, मंच के बगल में एक तंबू लगाया गया है ताकि ममता बनर्जी प्रशासन संबंधी जरूरी काम कर सकें। मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार के पास राज्य का हजारों करोड़ रुपये बकाया है।

गौरतलब है कि इससे पहले तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी विधायकों, सांसदों, मंत्रियों और मनरेगा कार्यकर्ताओं के साथ नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था। उन्होंने कोलकाता में भी राजभवन के बाहर पांच दिन तक धरना दिया था।

7,000 करोड़ रुपये बकाया होने का दावा

इससे पहले ममता बनर्जी ने कहा था कि यदि केंद्र सरकार एक फरवरी तक राज्य का बकाया नहीं चुकाती है तो मैं दो फरवरी से कोलकाता में धरना दूंगी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से धरने में शामिल होने का आग्रह किया था। उन्होंने दावा किया था कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) और प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (पीएमजीएवाई) सहित केंद्र की कई योजनाओं के मद में राज्य के 7,000 करोड़ रुपये बकाया है।

मैं कठिन समय में हेंमत के साथ हूं

ममता बनर्जी ने शुक्रवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर केंद्र सरकार और बीजेपी पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि जिस वक्त हेमंत को गिरफ्तार किया गया उस वक्त वह जिले के दौरे पर थीं। उन्होंने लिखा कि मैं आदिवासी नेता हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करती हूं। भाजपा की यह बदले की साजिश है। ममता ने यह भी लिखा कि हेमंत मेरे करीबी दोस्त हैं। मैं इस कठिन समय में उनके साथ खड़े रहने की कसम खाती हूं। झारखंड के लोग जवाब देंगे और हेमंत कठिन लड़ाई जीतेंगे।

धरने का थीम काला

तृणमूल सप्रीमो ममता ने इस धरने का थीम काला रंग चुना है। राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, डॉ.शशि पांजा, जून मालिया व मौसम बेनजीर नूर काली साड़ी पहने हुए मंच पर दिखीं। वहीं अरूप विश्वास, निर्मल घोष, देवाशीष कुमार काली पंजाबी पहने थे। ममता ने काला शॉल ओढ़ा हुआ था। इससे पहले विधानसभा और लोकसभा में तृणमूल विधायक एवं सांसद काली पोशाक में विरोध प्रदर्शन करते दिखे थे।

मंच के पीछे दो अस्थायी टेंट बनाए गए हैं। ममता एक में संगठनात्मक काम करेंगी, दूसरे में प्रशासनिक काम करेंगी। दोपहर 1.30 बजे के बाद ममता ने मंच से ऐलान किया कि मैं कुछ दिनों से अपने कार्यलय में नहीं थी। बहुत सारी फाइलें जमा हो गई हैं। मैं कभी-कभी वापस जाऊंगी और फाइलों पर हस्ताक्षर करूंगी और मेरे पास कुछ संगठनात्मक कार्य भी हैं। उन्होंने कहा कि उस दौरान शशि, चंद्रिमा धरने का संचालन करेंगी, जब तक वह वहां दुबारा नहीं आ जातीं।