कार पार्किंग फीस बढ़ाने को लेकर मेयर से CM नाराज

बोलीं- वापस लो आदेश

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कोलकाता : कोलकाता नगर निगम ने एक अप्रैल से कार पार्किंग फीस में काफी इजाफा किया था। इससे कोलकाता के लोगों में नाराजगी देखी जा रही थी। अब कार पार्किंग फीस का मुद्दा तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक पहुंच गया है। सीएम कार पार्किंग फीस बढ़ाए जाने से नाराज हैं और उन्होंने मेयर फिरहाद हकीम को आदेश को रद्द करने और बढ़ाई गई फीस वापस लेने का आदेश दिया है।

गौरतलब है कि एक अप्रैल से दो पहिया और चार पहिया वाहन सहित अन्य वाहनों की पार्किंग फीस में इजाफा किया गया था। इससे लोगों में काफी नाराजगी देखी गई थी।

तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने शुक्रवार को इस संबंध में कहा कि हमारे नेतृत्व ने देखा है कि नगर निगम क्षेत्रों में पार्किंग की लागत में काफी वृद्धि हुई है। आम लोगों को काफी ज्यादा पैसे चुकाने पड़ रहे हैं। यह मामला पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी के संज्ञान में आया है। उन्होंने सीएम से बात की है। इस सरकार का मकसद आम लोगों पर दबाव बनाना नहीं है। साल 2011 के बाद से उन्होंने ऐसा काम नहीं किया है, जिससे दबाव बने।

ममता बनर्जी का स्पष्ट निर्णय है कि यह उनकी स्वीकृति के बिना हुआ है। उन्हें नहीं पता था कि लोगों पर दबाव का फैसला किया जा रहा है। किसी भी स्तर पर कोई भी सरकार या पार्टी इसे मंजूर नहीं करती है।

वह कोई दबाव नहीं चाहती हैं। उन्होंने महानगर के मेयर को सूचित किया है कि लिए गए निर्णय को निरस्त कर दिया जाए। लोगों पर दबाव न बने इसके लिए आज इसकी जानकारी दी गई।

ज्ञात रहे कि दो पहिया वाहनों के लिए पार्किंग शुल्क पहले 5 रुपये प्रति घंटा था, उसे बढ़ाकर यह हर घंटे दो गुना यानी 10 रुपए कर दिया गया था। इसी तरह से अगर बाइक को 5 घंटे तक रखते हैं, तो पार्किंग शुल्क बढ़कर 80 रुपये कर दिया गया था। उसके बाद 50 रुपए प्रति घंटा के हिसाब से शुल्क लिया जा रहा था।

इसके अलावा चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग शुल्क पहले 10 रुपये प्रति घंटा था, जिसे बढ़ाकर 20 रुपये प्रति घंटा कर दिया गया था। इसी तरह से यात्री बसों और लॉरियों के लिए पार्किंग शुल्क 20 रुपये था। उसे बढ़ाकर 200 रुपए प्रति घंटे की दर तक कर दिया गया था।