सीएम ने भांगड़ में हुई हिंसा का ठीकरा विपक्ष पर फोड़ा

इतना शांतिपूर्ण नामांकन पहले कभी नहीं हुआ : ममता

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कोलकाता: प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि इतना शांतिपूर्ण ढंग से नामांकन राज्य में कभी नहीं हुआ है। शुक्रवार को अभिषेक बनर्जी के ‘तृणमूल के नवज्वार’ कार्यक्रम के आखिरी दिन ममता ने काकद्वीप के इंदिरा मैदान में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले तीन पंचायत चुनावों (जिनमें से दो वामपंथी के समय) में कई मौतें हुई थीं। ममता ने आगे दावा किया कि इस बार हुई हिंसा के लिए विपक्ष जिम्मेदार है। सीएम ने भागंड़ में हुई हिंसा का ठीकरा विरोधियों पर फोड़ दी। उन्होंने कहा कि इन हिंसा में हमारे लोग शामिल नहीं है। बीजेपी, कांग्रेस, सीपीएम को एक साथ रखकर ममता ने जमकर हमला बोला।

सभा की शुरुआत में ममता ने कहा कि वह मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं, बल्कि तृणमूल के नेता के तौर पर बोलने आई हैं। इसके बाद उन्होंने आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य में 2 लाख 31 हजार नामांकन जमा हुए हैं। इतना शांतिपूर्ण नामांकन पहले कभी नहीं हुआ। आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि 2003 में 70 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 2008 में 36 लोगों की मौत हुई थी।

उनके कार्यकाल के दौरान, 2013 के पंचायत चुनावों को लेकर तत्कालीन राज्य चुनाव आयुक्त मीरा पांडे के साथ सरकार का झगड़ा सुप्रीम कोर्ट तक गया था। अंत में मीरा के मतानुसार केन्द्रीय बलों को उतारा गया। 2013 के चुनावों का जिक्र करते हुए ममता ने कहा कि केंद्रीय बलों ने क्या किया? 2013 के पंचायत चुनाव में केंद्रीय बलों की मौजूदगी के बावजूद 39 लोगों की मौत हुई थी। केंद्रीय बलों का संदर्भ देते हुए ममता ने मणिपुर हिंसा का मुद्दा भी उठाया।