सीएम ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर कसा तंज, कहा

पिंटू बाबू गुस्से में क्यों?

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कोलकाता, सूत्रकार : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप को इतना गुस्सा क्यों आता है। गुरुवार को ममता ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के पूर्व संध्या पर कॉलेज स्क्वायर से डोरिना क्रॉसिंग तक एक पदयात्रा की।

इसके बाद एक सभा को सम्बोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि मैं बीजेपी को पिंटू बाबू कहती हूं। पिंटू बाबू को आखिर इतना गुस्सा क्यों आता है? उन्होंने सवाल किया कि मणिपुर में जब महिलाओं पर अत्याचार हुआ तो कितने केंद्रीय दल वहां गए? हाथरस में कितने गए? आपका सारा गुस्सा बंगाल के लिये ही क्यों है? पहले खुद को देखें और देखें कि आपके राज्य में क्या चल रहा है।

बीजेपी पर हमला करते हुए ममता ने कहा कि बीजेपी का एक ही काम है, ईडी और सीबीआई को लाओ, नेताओं को गिरफ्तार करो और चुनाव जीतो। बंगाल पर इतना गुस्सा क्यों? जीत सकते हो तो बदनाम क्यों करते हो?

प्रधानमंत्री ने बुधवार को ईस्ट-वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया था। इस पर सीएम ने पीएम मोदी का नाम लिए बिना कहा कि जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है, उनकी मैंने ही घोषणा की थी।

यहां बता दें कि ममता बनर्जी जब रेल मंत्री थीं तो उन्होंने बंगाल के लिए रेलवे की कई परियोजनाओं की घोषणा की थीं। बहरहाल प्रधानमंत्री मार्च महीने के पहले सप्ताह में ही तीन बार बंगाल के दौरे पर आ चुके हैं। 1, 2 और 6 मार्च को उन्होंने हुगली जिले के आरामबाग, नदिया जिले के कृष्णानगर और उत्तर 24 परगाना जिले के बारासात में सभाओं को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने संदेशखाली सहित अन्य मुद्दों के लेकर ममता बनर्जी और उनकी सरकार को निशाना बनाया था। उन्होंने खूब खरी-खरी सुनायी थी।

ट्रेन रद्द होने पर भी साधा निशाना

ब्रिगेड रैली के लिए ट्रेनें नहीं देने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि आज आप सत्ता में हैं, इसलिए ट्रेनें रद्द कर रहे हैं। लेकिन जब सत्ता चली जाएगी तो ये ट्रेनें नाले (ड्रेन) में चली जाएंगी। तो उस समय आपको दर्द होगा और हमें फायदा होगा।

यहां बता दें कि रविवार को तृणमूल की ओर से ब्रिगेड में जनगर्जन सभा का आयोजन किया गया है। इस सभा में नॉर्थ बंगाल से आने वाले पार्टी समर्थकों के लिए टीएमसी ने रेलवे के आईआरसीटीसी से दो स्पेशल ट्रेनों की मांग की थीं लेकिन आईआरसीटीसी ने इसके लिए अनुमति नहीं दी।

ममता ने कहा कि केंद्रीय दलों के प्रति हमने शिष्टाचार दिखाया। अच्छा व्यवहार किया। मिठाइयां खिलाईं। मीठा दही देकर भेजा। बंगाली शिष्टाचार जानते हैं। याद रखें हमने किसी पर हाथ नहीं डाला।

ईडी के भय से गद्दार बीजेपी में गया

ममता ने तापस रॉय को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि एक गद्दार है जो कि ईडी के डर से पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो गया है। बाद में ममता ने फिर कहा कि गद्दारों के लिए अच्छा नहीं होगा। हालांकि इससे पहले वह राज्य के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को कई बार गद्दार कह चुकी हैं। उन्होंने दहाड़ते हुए कहा कि मुझे पता चला है कि ईडी ने उसे फोन करके कहां था कि आप बीजेपी में शामिल हो जाए नहीं तो अच्छा नहीं होगा।

तृणमूल के अखिल भारतीय  महासचिव और सीएम के भतीजे सह डायमंड हार्बर के सांसद अभिषेक बनर्जी ने इस रैली में कदम से कदम बढ़ाया। इसी रैली में ही उन्होंने राणाघाट दक्षिण से भाजपा विधायक मुकुटमणि अधिकारी को तृणमूल का झंडा सौंपकर पार्टी में शामिल किया।

कुछ लोग संदेशखाली को लेकर गलत सूचना फैला रहे हैं

भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा नेता संदेशखाली को लेकर झूठी अफवाह फैला रहे हैं, लेकिन उनकी पार्टी द्वारा शासित राज्यों में महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों को लेकर खामोश हैं। ममता बनर्जी ने एक बार फिर कहा कि बंगाल महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित राज्य है।

कोलकाता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सबसे सुरक्षित शहरों में से एक है। मणिपुर व हाथरस में महिला हिंसा के वक्त बीजेपी कहां थी? ममता ने कहा कि बीजेपी नेताओं द्वारा कितनी जगहों पर मां-बहनों को गालियां दी जा रही हैं। वे डर के मारे कुछ नहीं बोल पातीं लेकिन बंगाली लड़कियां बात करना जानती हैं। बता दें कि संदेशखाली में महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर उनका यौन शोषण करने का आरोप लगाया था और उग्र विरोध प्रदर्शन किया था।

बिना नाम लिए अभिजीत पर भी बोला हमला

पूर्व जस्टिस अभिजीत गांगुली गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो गए। इसके बाद सीएम ने बिना नाम लिए अभिजीत पर हमला किया।

उन्होंने कहा कि बीजेपी बाबू जज की कुर्सी पर बैठकर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। मैं जानती हूं क्या सही है और क्या गलत। मैं खुद एक वकील हूं लेकिन उन्होंने हजारों छात्रों की नौकरियां छीन लीं। उन्होंने टीवी पर एक इंटरव्यू भी दिया था। कल से जनता आपका फैसला सुनाएगी। तैयार रहो, जहां से आप खड़े होंगे, मैं वहां छात्रों को ले जाऊंगी। आपने हजारों छात्रों की नौकरी खा ली है।