दीघा: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोर्ट के आदेश का स्वागत किया है। बुधवार को सीएम ममता ने दीघा से कहा कि मैं कोर्ट के आदेश का स्वागत करती हूं। आशा है कि इसे सभी स्वीकार करेंगे।
साथ ही मुख्यमंत्री एक बार फिर शांति का संदेश देती नजर आयीं। उन्होंने कहा कि गुरुवार को हनुमान जयंती है। सभी लोग इसका शांति से पालन करें। त्यौहार शांति से मनाने पर कोई समस्या नहीं होती है। बंगाल शांति का स्थान है। बंगाल में हम सभी धर्मों, सभी त्यौहारों, सभी का सम्मान करते हैं। पूरे विश्व में शांति हो, देश में शांति हो, बंगाल में शांति हो।
उन्होंने कहा कि धर्म किसी की भी व्यक्तिगत पसंद है और त्यौहार हर किसी के लिए होता है। उनका ये बयान ऐसे समय आया जब राज्य में रामनवमी के दौरान हिंसा हुई थी।
गौरतलब है कि रामनवमी की शोभायात्राओं को केंद्र कर हावड़ा, हुगली और राज्य के अन्य जगहों पर हुई हिंसा को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने बुधवार को तीखी टिप्पणी की है।
राज्य सरकार को नसीहत देते हुए कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम की खंडपीठ ने कहा कि राज्य पुलिस अगर हालात को संभालने में विफल हो रही है तो पैरामिलिट्री की मदद ली जानी चाहिए।
कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम ने आसन्न हनुमान जयंती का जिक्र करते हुए कहा कि अतीत की घटनाओं से सबक लेना चाहिए। बीमारी को लेकर अग्रिम बचाव बेहद जरूरी है।
मैंने इसके पहले गणेश चतुर्थी की शोभायात्रा पर इसी तरह से हिंसा को लेकर आठ-नौ साल पहले सुनवाई की थी। तब मैंने ठोस निर्देश दिए थे और तब से गणेश चतुर्थी पर शांति बरकरार है। इसी तरह से हनुमान जयंती आने वाली है। उस दिन भी शोभायात्रा निकलेगी। राज्य पुलिस अगर संभालने में विफल है तो पैरामिलिट्री की मदद ली जाए लेकिन ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए।