चुनाव के पहले सीएम ममता का पार्टी समर्थकों को निर्देश
घर-घर जाकर लोगों को बताएं दिल्ली पैसे नहीं दे रही है ,रमजान के बाद दिल्ली में भी किया जाएगा अभियान
कोलकाता: ममता बनर्जी ने जिले में 100 दिनों के बकाया कार्य को लेकर व्यापक अभियान चलाने का पार्टी के समर्थकों और नेताओं को आदेश दिया है। उन्होंने केंद्र की शिकायत लेकर नेताओं और समर्थकों को ब्लॉक टू ब्लॉक जाने का आदेश दिया।
उधर तृणमूल दिल्ली में 100 दिन के काम को लेकर आवाज उठा रही है। इस विषय का जिक्र करते हुए ममता ने पार्टी के नेताओं को कहा कि ‘ब्लॉक टू ब्लॉक जाइए। लोगों को बताएं कि दिल्ली भुगतान नहीं कर रही है।
सूत्रों से पता चला है कि तृणमूल कांग्रेस रमजान खत्म होने के बाद से दिल्ली में भी इस अभियान की शुरुआत करेगी। यहां बता दें कि, अभिषेक के नेतृत्व में 100 दिन के काम को लेकर तृणमूल सांसद पहले ही दिल्ली पहुंच चुकी हैं।
तृणमूल ने इसी मुद्दे पर दिल्ली अभियान का भी आह्वान किया। इस बार ममता ने दिल्ली जाने से पहले ब्लॉक दर ब्लॉक दिल्ली की बदहाली से निपटने का आदेश दिया। 100 दिन के काम को लेकर केंद्र और राज्यों के बीच राजनीतिक तनातनी जारी है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस आंदोलन के खिलाफ चेतावनी भी दी है। इससे पहले ममता ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने 100 दिन के काम का भुगतान नहीं किया तो ‘जनता’ आंदोलन होगा। राज्यसभा चुनाव से पहले ममता के इस आंदोलन की चेतावनी को राजनीतिक गलियारा काफी अहम मान रहा है।
बजट की घोषणा करने के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि बजट में 60,000 करोड़ रुपये की कटौती की गई है, ताकि आने वाले दिनों में 100 दिन काम न हो सके। केंद्र सरकार ने 100 दिन का पैसा क्यों काटा? ममता ने इससे पहले कहा था कि केंद्र सरकार के 100 दिन के काम के पैसे रोके जाने के बावजूद राज्य सरकार ने 40 लाख कार्य दिवस बनाए हैं। इन सबके बीच मोदी सरकार ने ग्राम सभाओं, पंचायतों के लिए 979.15 करोड़ रुपये जारी किए हैं, लेकिन बंगाल की 100 दिन के काम और आवास योजना के पैसे को लेकर मोदी सरकार खामोश है।
तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने बंगाल पर जान-बूझकर 100 दिन के काम का पैसा रोकने का आरोप लगाया है। टीएमसी के सांसदों के नेतृ्त्व में बुधवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत की और मनरेगा मजदूरों के फंड का मुद्दा उठाया। इससे पहले इन नेताओं ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से भी इस मुद्दे पर मुलाकात करने की कोशिश की, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई। उनसे बुधवार को मिलने के लिए कहा गया था। लोकसभा सांसद सुदीप बंदोपाध्याय के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में निचले सदन के सदस्य और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी, महुआ मोइत्रा और डोला सेन शामिल थे।