राजस्थान के विधानसभा चुनाव में बाबा बालकनाथ के नामांकन में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। बाबा बालकनाथ मौजूदा समय में अलवर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद हैं।
राजस्थान की सत्ता में वापसी के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बीजेपी सत्ता में आने के लिए हर दांव चल रही है। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ अब बीजेपी के चुनावी अभियान को धार देने के लिए राजस्थान के रण में उतर रहे हैं। सीएम योगी राजस्थान के ‘योगी आदित्यनाथ’ कह लाने वाले बाबा बालकनाथ के नामांकन में शिरकत करेंगे और जनसभा को भी संबोधित करेंगे। योगी आदित्यनाथ मुस्लिम बहुल मेवात इलाके से राजस्थान के चुनावी कैंपेन की शुरुआत कर रहे हैं।
बाबा बालकनाथ बनाम इमरान खान
बाबा बालकनाथ अलवर से सांसद हैं, लेकिन बीजेपी उन्हें तिजारा विधानसभा सीट से विधायकी का चुनाव लड़ा रही है। ऐसे में तिजारा विधानसभा सीट प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीटों में गिनी जा रही है। यहां के चुनावी मैदान में बालकनाथ के खिलाफ कांग्रेस ने इमरान खान को उतारा है। इमरान पहले बसपा से टिकट पर चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे थे, लेकिन पार्टी ने उनका टिकट काटा तो वह कांग्रेस में शामिल होकर चुनावी रण में उतर गए। ऐसे में तिजारा सीट पर सभी की नजरे जमी हुई हैं ।
सीएम योगी और बालकनाथ में क्या है समानताएं ?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अलवर के सांसद बाबा बालकनाथ एक ही सम्प्रदाय से आते हैं। योगी गोरखनाथ पीठ के महंत हैं, तो बाबा बालकनाथ रोहतक स्थित के मस्तनाथ मठ के आठवें महंत हैं। नाथ सम्प्रदाय से जुड़े होने के चलते दोनों नेताओं के बीच काफी करीबी रिश्ते हैं। योगी आदित्यनाथ नाथ संप्रदाय के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और रोहतक की गद्दी के उपाध्यक्ष भी हैं।
योगी की तरह ही बालकनाथ भगवा कपड़ा पहनते हैं और खुलकर हिंदुत्व की बात करते हैं. बाबा बालकनाथ का अलवर और उसके आसपास के जिलों में काफी असर माना जाता है. यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ बीजेपी के टिकट पर तिजारा विधानसभा सीट से बालकनाथ के नामांकन में शिरकत करने के लिए पहुंच रहे हैं।
सीएम योगी के जरिए हिंदुत्व का एजेंडा सेट करने की रणनीति
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को हिंदुत्व का पोस्टर बॉय माना जाता है तो बाला बालकनाथ को बीजेपी ने राजस्थान में हिंदुत्व के चेहरे के तौर पर प्रमोट कर रही है। यही वजह है कि बीजेपी सीएम योगी को मुस्लिम बहुल माने जाने वाले राजस्थान के मेवात इलाके में चुनाव प्रचार के लिए उतरकर हिंदुत्व का एजेंडा सेट करने की रणनीति बनाई है।
2019 में बाबा बालकनाथ ने अलवर लोकसभा सीट पर राजा जितेंद्र भंवर सिंह को चुनाव हराकर सांसद बने थे। अलवर का इलाका राजस्थान के मेवात में आता है, जो मुस्लिम बहुल माना जाता है। ऐसे में तिजारा सीट से बाबा बालकनाथ को चुनावी मैदान में उताराना और अब सीएम योगी को उनके नामांकन में भेजने के सियासी मायने साफ है।