ब्यूरो रांची : विश्व यूनिवर्सियाड खेलों में भाग लेने चीन जा रहे अरुणाचल प्रदेश के तीन खिलाड़ियों को चीन ने वीजा जारी नहीं किया है। ये तीनों खिलाड़ी वूशु के हैं और राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय, गुजरात से हैं। ये तीनों खिलाड़ी आठ सदस्यीय टीम के साथ बायोमेट्रिक कराने के लिए दिल्ली स्थित चीनी वीजा सेंटर गए थे। बता दे कि पूरी टीम को वीजा जारी कर दिया गया, लेकिन इन तीनों खिलाड़ियों का बायोमेट्रिक करने से इन्कार कर दिया गया। भारतीय वूशु संघ और एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज की ओर से चीनी दूतावास से गुहार लगाई गई है कि इन तीनों खिलाड़ियों का वीजा लगाया जाए। विश्व यूनिवर्सियाड खेल 28 जुलाई से 8 अगस्त तक चीन के शहर चेंगदू में खेले जा रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में भारतीय दल शिरकत करने जा रहे है। दल को 26 अगस्त को चेंगदू रवाना होना है।
सभी खिलाड़ियों के वीजा लग गए हैं, लेकिन अरुणाचल प्रदेश से संबंधित ओनिलू तेगा, मेपयांग लामगू और नेयमान वांगशू के वीजा रोक दिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार वूशु टीम के मैनेजर डॉ. गुलाब सिंह और कोच राहुल चौधरी के मुताबिक जब इन तीनों अरुणाचल प्रदेश के खिलाडिय़ों का बायोमेट्रिक की बारी आई तो चीनी वीजा सेंटर ने इससे इन्कार कर दिया। उनके कोई दस्तावेज भी नहीं लिए गए। उनसे कहा गया कि इन तीनों खिलाड़ियों के बारे में उन्हें चीनी दूतावास से मंजूरी लेनी होगी। एआईयू ने चीनी दूतावास को पत्र लिखकर गुहार लगाई है कि इन खिलाड़ियों का जल्द से जल्द वीजा जारी किया जाए।
चीन की ओर से अरुणचाल प्रदेश के खिलाड़ियों को वीजा जारी किए जाने के मामले में पहले भी परेशानी आई है। इससे पहले चीन कई अरुणचाल प्रदेश के खिलाड़ियों को नत्थी वीजा जारी करता रहा है। चीन के नत्थी वीजा को भारत सरकार मंजूरी नहीं देती है। 10 से 12 वर्ष पूर्व जूनियर एशियाई वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप खेलने के लिए भारतीय टीम चीन जा रही थी, जिसमें दो लिफ्टर अरुणाचल प्रदेश के थे, जिन्हें चीन ने नत्थी वीजा दिया था। इन दोनों ही खिलाड़ियों को नत्थी वीजा होने के चलते दिल्ली एयरपोर्ट से वापस लौटा दिया गया था।
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