पानी की मांग को लेकर फिर सांसद शताब्दी रॉय के सामने प्रदर्शन
दीदी के दूत कार्यक्रम में पहुंची थीं सांसद
बीरभूमः बीरभूम की तृणमूल सांसद शताब्दी रॉय को उनके ही संसदीय इलाकों में बार-बार लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को वह ‘दीदी का सुरक्षा कवच’ कार्यक्रम के लिए निकली थीं, लेकिन बीरभूम के मोहम्मदबाजार के फुल्लईपुर इलाके में कुछ ग्रामीणों ने तृणमूल सांसद की कार को रोक लिया और पानी के लिए विरोध किया। उन्होंने पेयजल और सिंचाई के पानी की मांग की।
हालांकि शताब्दी ने उन लोगों की मांग पूरी करने का आश्वासन दिया है। बार-बार लोगों का विरोध का सामना करने से वे काफी चिंतित नजर आ रही हैं। इसका कारण यह है कि इस महीने के अंत में प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी बीरभूम जिले का दौरा करने वाली हैं।
सांसद शताब्दी ने संकेत दिया कि इस विरोध के पीछे बीजेपी समर्थकों का हाथ है। इस बात को लेकर बीरभूम के बीजेपी नेताओं ने उन पर तंज कसा है।
स्थानीय एक ग्रामीण ने कहा कि हमारे गांव में पीने के पानी की काफी किल्लत है। हमें पानी, स्वास्थ्य और खेती की सुविधा चाहिए। इस घटना के बाद तृणमूल सांसद ने फुललाइग्राम में अपने इर्द-गिर्द हो रहे विरोध को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। उनका मानना है कि इसके पीछे भाजपा समर्थकों का हाथ है।
बीजेपी ने शताब्दी के बयान पर पलटवार किया है। बीरभूम भाजपा के जिलाध्यक्ष ध्रुव साहा ने कहा कि लोगों का गुस्सा देखकर ही अब तृणमूल को बीजेपी का भूत नजर आ रहा है। इसमें भला क्या किया जा सकता है? इन सबका जवाब चुनाव में आम जनता देगी।
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गौरतलब है कि, इससे पहले शताब्दी 13 जनवरी को बीरभूम में हसन विधानसभा के मेलेरडंगा गांव गई थीं। वहां स्थानीय लोगों ने बीरभूम की सांसद की कार को रोक कर सड़क की मांग करते हुए विरोध किया था। उन पर आरोप लगा था कि वह बिना खाना खाये उठ गयीं थीं।