पूरा होगा दीदी का वायदा, रिसड़ा वासियों के बहुरेंगे दिन

शुरू हुआ अंडरपास बनाने का काम, पालिका चेयरमैन ने दिए सहयोग के संकेत

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राकेश पाण्डेय

कोलकाताः खत्म हुईं लंबे इंतजार की घड़ियां। सीएम ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) ने सालों पहले रिसड़ा के लोगों से जो वायदा किया था-अब उसे पूरा करने का समय आया है।

दीदी के दिए गए वायदे को पूरा करने में रेल तथा रिसड़ा नगरपालिका ने साझा प्रयास शुरू किया है जिसका नतीजा अगले कुछ महीनों में सामने आ जाएगा।

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रिसड़ा स्टेशन के पास तीन नंबर गेट की रेलवे क्रॉसिंग पर लोगों को अब घंटों जाम में नहीं फंसना होगा, मरीजों के एम्बुलेंस अब गेट खुलने के इंतजार में चिल्ल-पों नहीं करेंगे और दैनिक ट्रेनों के मुसाफिर दुर्घटना के शिकार नहीं होंगे।

इस रेलवे क्रॉसिंग को पार करके बांगुड़ पार्क (बांगड़ पार्क), रिसड़ा का चार नंबर गेट, कोन्नगर और सेवासदन अस्पताल की ओर भी जाया जाता है।

बांगड़ पार्क इलाके में रिसड़ा के कई मशहूर स्कूल तथा नगरपालिका समेत कई प्रशासनिक भवन भी हैं। इसके अलावा पूरा रिसड़ा ही औद्योगिक क्षेत्र है।

बांगुर पार्क इलाका यहां के संभ्रांत लोगों की बस्ती के तौर पर मशहूर है। जाम और परेशानी से बचने के लिए अंडरपास की योजना बनी लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध से मामला खटाई में पड़ गया। कानूनी स्टे तक लगा।

दिन बहुरने के संकेत

सूत्रों ने बताया कि अगर सबकुछ ठीक चला तो भू-गर्भ पथ  (अंडरपास) का निर्माण पूजा के पहले हो जाएगा। पता चला है कि निर्माण का काम जैसे ही शुरु हुआ, कुछ दिन बाद ही एक पक्ष अदालत चला गया जिससे स्टे लगा।

समझा जाता है कि बड़ी-बड़ी इमारतों के क्षतिग्रस्त होने के खतरे के कारण ही लोगों ने अदालत की शरण ली थी, लेकिन अब अदालती आदेश से रिसड़ा मालगोदाम के पास भू-गर्भ पथ बनाने का काम तेजी से शुरू हो गया है।

चेयरमैन ने क्या कहा

रिसड़ा नगरपालिका चेयरमैन विजय सागर मिश्रा ने बताया कि हाईटेक तकनीक से अत्याधुनिक भू-गर्भ पथ का निर्माण अगले 6 महीने में होने जा रहा है।

इसमें जाने- आने वालों के लिए अलग-अलग रास्ते होंगे तथा पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ भी होगा। दोपहिया और हल्के चारपहिया वाहनों के आवाजाही की व्यवस्था होगी। रेल दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा और यातायात बढ़ेगा।

निर्माण कर रही कंपनी के मैनेजर ने कहाः

इस भू-गर्भ पथ को बनाने का जिम्मा राइतन इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को मिला है। कंपनी के मैनेजर मनीष कुमार ने बताया कि 14 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना का काम चल रहा है। परियोजना के इंजीनियर अरमान अली ने बताया कि इसे पूरा करने में करीब 1 साल लग जाएगा। इसकी लंबाई 42 मीटर और भीतर की चौड़ाई 9/4 मीटर है। उसी तरह बाहर की चौड़ाई 10/5 मीटर है।

 गेटमैन ने कहाः

गेटमैन ने कहा कि ऑफिस के समय में काफी परेशानी होती है। हर 5 मिनट में गेट खोलना और बंद करना जोखिम भरा काम है। अंडरपास से काफी सहूलियत होगी।