DRDO ने बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। बुधवार सुबह 7:30 बजे ओडिशा के तट पर स्थित डॉ एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से ये नई उपलब्धि हासिल की गई है। परीक्षण के दौरान सभी लक्ष्यों को हासिल कर सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया गया। डीआरडीडो ने रक्षा क्षेत्र में पहले भी उपलब्धि हासिल की है। बता दें कि पहली बार प्री-इंडक्शन नाइट लॉन्च किया गया है। ये तकनीक अधिक सटीक लक्ष्य और विश्वसनीयता को बढ़ाता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार परीक्षण के वक्त सभी तरह के उद्देश्यों का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया गया है।
इसे लेकर डीआरडीओ ने ट्वीट कर कहा कि “नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का 7 जून को ओडिशा के तट पर सुबह 7:30 बजे सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। उड़ान परीक्षण में सभी उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। वहीं रक्षा अनुसंधान और विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने इसके लिए पूरी टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस परीक्षण के सफल होने के बाद सशस्त्र बलों में इस बैलिस्टिक मिसाइल को शामिल करने का रास्त और भी साफ हो गया है।
New Generation Ballistic Missile Agni Prime was successfully flight tested by DRDO on 7th June at around 7:30 pm from Dr APJ Abdul Kalam Island off the coast of Odisha. During the flight test, all objectives were successfully demonstrated. pic.twitter.com/aG2g4FEEXs
— ANI (@ANI) June 8, 2023
अग्नि प्राइम मिसाइल अग्नि सीरीज की नई जेनरेशन की मिसाइलों में से एक है। इसका वजन 11000 किलो है। इस मिसाइल की दूरी किसी भी घातक मिसाइल के बराबर है। यह मिसाइल 2000 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। यह मिसाइल कई लक्ष्यों को आसानी से टारगेट कर सकती है। साथ ही इसकी सटीकता विश्व स्तरीय है। यह किसी भी लक्ष्य को आसानी से भेद सकती है।