रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पीछ अभी ईडी से छूटने वाला नहीं दिखाई दे रहा है। सूत्रों की माने तो ईडी फिर श्री सोरेन को समन भेजने के फिराक में है। इस बार श्री सोरेन और अन्य के साथ बैठकर आमने- सामने चर्चा करेगी।
सूत्र कहते हैं कि ईडी ने पत्र तैयार कर लिया है और दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह में कभी भी पूछताछ हेतु बुला सकती है।
मालूम हो कि खनन घोटाला में श्री सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्र की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद से भी ईडी ने पूछताछ की थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बीते 17 नवंबर को भी ईडी ने दस घंटे पूछताछ किया था। इस खनन घोटाले में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल सहित उनके सीए सुमन कुमार और अन्य कई व्यवसायियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जनप्रतिनिधि पंकज मिश्र के यहां हुई छापेमारी में श्री सोरेन का हस्ताक्षर युक्त खाली चेकबुक मिला, जिससे ईडी को शक है कि इस खनन घोटाले में श्री सोरेन का हाथ तो नहीं है।
भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास अपने प्रत्येक भाषण में इस खनन घोटाला का जिक्र कर रहे हैं जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा हां में हां मिला रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की माने तो राज्य में चंहू ओर भ्रष्टाचार का कोहराम मचा है। बाबूलाल मरांडी भी कहते हैं कि हेमंत सरकार अपने आंदोलन का किराया वसूलने में लगी है।
गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर सीधे हमला बोलते हैं। श्री दूबे के अनुसार शिबू सोरेन परिवार में सभी दागदार हैं। श्री दूबे यह भी कहते हैं स्व. दुर्गा सोरेन की दोनों पुत्रियां ही ठीक हैं। बाकी सभी जेल जायेंगे।
भाजपा के हमले पर पलटवार करने में झामुमो पीछे नहीं रहता। झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रीयो भट्टाचार्य कहते हैं राजनीतिक विद्वेष के कारण भाजपा संवैधानिक संस्थाओं का उपयोग गलत ढंग से कर रही है। इसका जवाब जनता समय आने पर देगी।
श्री भट्टाचार्य यह भी कहते हैं कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था और कानून में पूरा भरोसा है। इसलिए ईडी को फेस करेंगे और उनके तमाम मनगढंत सवालों का जवाब भी देंगे।